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केरल सरकार की ओर से राज्य में एक निपाह वायरस पॉजिटिव केस की पुष्टि की गई है. कोच्चि के एर्नाकुलम में एक प्राइवेट अस्पताल में 30 मई को भर्ती हुए एक 23 साल का युवक निपाह वायरस से संक्रमित है.
केरल सरकार ने लोगों से घबराने की बजाए सतर्क रहने की अपील की है.
केरल में निपाह वायरस इंफेक्शन का एक मामला सामने आया है. केरल की स्वास्थ्य मंत्री केके शैलजा ने कोच्चि के एर्नाकुलम में निपाह पॉजिटिव केस की जानकारी दी. पुणे वायरोलॉजी इंस्टिट्यूट से आए टेस्ट रिजल्ट में एक शख्स के निपाह से संक्रमित होने की पुष्टि की गई है.
दो नर्स समेत चार लोगों को बुखार होने की खबर है, लेकिन अभी उनके निपाह से संक्रमित होने की पुष्टि नहीं हुई है.
रिपोर्ट्स के मुताबिक उनमें दो लोग निपाह संक्रमित 23 साल के शख्स के संपर्क में आए थे. वहीं 3 जून को 80 से ज्यादा लोगों को, जिनमें 22 स्टूडेंट भी शामिल हैं, निगरानी में रखा गया.
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के मुताबिक निपाह वायरस (NiV) तेजी से उभरता वायरस है, जो जानवरों और इंसानों में गंभीर बीमारी को जन्म देता है.
सबसे पहले 1998 में मलेशिया के एक गांव 'सांगुई निपाह' में इस वायरस का पता चला और ये नाम इसे वहीं से मिला. इस बीमारी के चपेट में आने की पहली घटना तब हुई, जब मलेशिया के खेतों में सूअर फ्रूट बैट (चमगादड़ की एक प्रजाति) के संपर्क में आए. ये जंगलों की कटाई की वजह से अपना घर गंवा चुके थे और खेतों तक पहुंच गए थे.
NiV प्राकृतिक रूप से टेरोपस जीनस के फ्रूट बैट में पाया जाता है.
हमारे इको सिस्टम में लाखों फ्रूट बैट हैं- वे हमारे सर्वाइवल के लिए महत्वपूर्ण हैं. इंसानों और चमगादड़ों में बहुत सी एक जैसी आम बीमारियां होती हैं. सूअरों में भी इंसानों जैसी बीमारियां होती हैं. इसलिए जब इनके हैबिटैट को नुकसान पहुंचाया जाता है, तो इनसे बीमारियों के इंसानों तक पहुंचने की आशंका अधिक होती है.
हेल्थ वर्कर्स को खास तौर पर ऐहतियात बरतने की जरूरत है. अगर आप ऐसे इलाके में हैं, जहां इस वायरस का असर है, तो अपने आसपास सफाई रखें और जागरुकता फैलाएं.
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्ष वर्धन ने बताया कि छह अफसरों की एक टीम को कल 3 जून को ही केरल रवाना कर दिया गया. इसे लेकर आज 4 जून को उन्होंने स्वास्थ्य सचिव और अधिकारियों संग एक मीटिंग की. स्वास्थ्य मंत्री ने केंद्र की ओर से हर तरह की मदद का आश्वासन दिया है.
केरल की स्वास्थ्य मंत्री केके शैलजा ने बताया कि निपाह के 86 संदिग्ध मरीजों में से 2 हॉस्पिटल में एडमिट हैं. निपाह संक्रमित पेशेंट का इलाज करने वाली दो नर्सों को गले में खराश और बुखार है. अब दूसरे पेशेंट का सैंपल नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ वायरोलॉजी अलाप्पुझा, मनिपाल लैबोरेटरी और NIV पुणे भेजा जाएगा.
केरल सीएम ऑफिस की ओर से ट्वीट कर लोगों से अपील की गई है कि निपाह की खबर से घबराने की जरूरत नहीं है. सभी हेल्थ डिपार्टमेंट के बताए निर्देशों का पालन करें. निपाह को लेकर गलत जानकारी फैलाने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.
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Published: 04 Jun 2019,11:04 AM IST