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अगर हम किसी डाइट ट्रेंड के मुताबिक अपने खानपान की आदतों को बदलना चाहते हैं, तो हमारे पास विकल्पों की कमी नहीं है, वो चाहे मेडिटेरियन डाइट से लेकर Mind डाइट हो, या आजकल लोगों की पसंद में शामिल हो रही नॉर्डिक डाइट.
आइए जानते हैं कि नॉर्डिक डाइट आपके लिए क्यों है खास.
अपोलो हॉस्पिटल में चीफ क्लीनिकल डाइटिशियन डॉ प्रियंका रोहतगी बताती हैं:
वो कहती हैं कि जब हम इसकी तुलना एक औसत ‘वेस्टर्न डाइट’ से करते हैं, तो नॉर्डिक डाइट में कम चीनी और कम फैट होता है, लेकिन फाइबर और सीफूड दोगुना होता है. इस तरह से देखा जाए तो यह खाने का एक हेल्दी विकल्प है.
नॉर्डिक डाइट को ईको फ्रेंडली डाइट के तौर पर भी जाना जाता है.
नॉर्डिक डाइट की खास बात ये है कि इसमें हाइड्रेशन को अहमियत दी जाती है और रेड मीट, प्रोसेस्ड फूड, एडेड शुगर और रिफाइंड फूड की जगह नहीं है.
डॉ प्रियंका रोहतगी कहती हैं कि ये एक हेल्दी डाइट पैटर्न है, जिसमें मेडिटेरियन डाइट वाले कई तत्व शामिल हैं. मेडिटेरियन डाइट दिल की बीमारियों को रोकने के लिए सबसे अच्छा खाने का पैटर्न माना जाता है. ये पौधों पर आधारित खाने पर भी जोर देता है. दोनों (नॉर्डिक और मेडिटेरियन) डाइट में थोड़ी मात्रा में मछली, अंडे और दूध से बनी चीजें ली जाती हैं, लेकिन इसमें प्रोसेस्ड फूड, मिठाई और रेड मीट को शामिल नहीं किया जाता है.
क्लीनिक्ल न्यूट्रिशनिस्ट डॉ रुपाली दत्ता कहती हैं कि मेडिटेरियन डाइट और नॉर्डिक डाइट में फर्क ये है कि मेडिटेरियन डाइट में दालों पर जोर दिया जाता है, जबकि नॉर्डिक डाइट में मछली पर.
रुपाली दत्ता के मुताबिक नॉर्डिक डाइट में कम चीनी और कम फैट शामिल किया जाता है, जिससे कई बीमारियों का खतरा घट सकता है.
डब्ल्यूएचओ के अनुसार नॉर्डिक डाइट क्रोनिक बीमारियों के खतरे कम करती है, न्यूट्रिशनिस्ट इसमें शामिल बहुत सारे फायदेमंद तत्वों को इसकी वजह मानते हैं.
इस डाइट में नमक और चीनी की मात्रा कम होने की वजह से डब्लयूएचओ इसकी कैंसर, डायबिटीज और दिल से जुड़ी बीमारियों के खतरे को कम करने के गुण की सराहना करता है.
डॉ प्रियंका रोहतगी कहती हैं, ‘बेरिज का बहुत अधिक उपयोग करना नॉर्डिक डाइट का एक और अनूठा पहलू है जो कि हमारे स्वास्थ के लिए बहुत फायदेमंद होता है.’
नॉर्डिक डाइट में मौजूद उच्च-गुणवत्ता वाले कार्बोहाइड्रेट और फाइबर डायबिटीज के खतरे को कम करते हैं, NCBI में छपी एक रिपोर्ट के अनुसार स्ट्रोक के खतरे को कम करने के इसके फायदों की वजह से इसे अपनाने की सलाह दी जाती है.
नॉर्डिक डाइट में मौजूद अनगिनत फायदेमंद तत्व इसे सेहत के लिए बेहतरीन बनाते है, यही वजह है कि लोग इसे अपना रहे हैं.
डॉ प्रियंका रोहतगी कहती हैं:
रुपाली दत्ता के अनुसार भारत में पारंपरिक खानों की बहुत अहमियत है. नॉर्डिक डाइट में भी जो खानें शामिल हैं, वो पारंपरिक खानों से काफी नजदीक हैं. इसके वजन कम करने के फायदे युवाओं को आकर्षित भी कर रहे हैं. यही वजह है कि भारत में भी नॉर्डिक डाइट का क्रेज बढ़ रहा है.
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Published: 04 Jul 2019,11:10 AM IST