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हमारे शरीर की फिटनेस के लिए कई तरह के पोषक तत्वों की जरूरत होती है जैसे प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट, फैटी एसिड, विटामिन और मिनरल्स. इनमें से किसी एक तत्व की भी कमी का हमारी सेहत पर बुरा असर पड़ता है.
न्यूट्रिशनल कमी की मुख्य वजह खराब डाइट होती है, जिसमें जरूरी पोषक तत्व नहीं होते, इसके अलावा किसी बीमारी के कारण भी कमी हो सकती है. कुछ पोषक तत्वों को शरीर संग्रह करता है, इसलिए जब तक आपका शरीर कुछ समय तक उस तत्व की कमी से नहीं गुजरता, तब तक उसके संकेत सामने नहीं आते.
पोषक तत्वों की कमी के लक्षण उन पोषक तत्वों पर निर्भर करते हैं, जिनकी शरीर में कमी होती है. जानिए कुछ ऐसे लक्षण जो किसी न किसी पोषक तत्व की कमी का संकेत हो सकते हैं:
ओमेगा-3 और ओमेगा-6 जैसे जरूरी फैटी एसिड अहम होते हैं क्योंकि ये स्किन से पानी के नुकसान के प्रति अवरोध की तरह काम करते हैं. अगर इन फैटी एसिड की कमी हो रही हो, तो इससे स्किन ज्यादा ड्राई होगी. आपको अपनी स्किन पर परतें, क्रैक नजर आ सकते हैं, त्वचा फटी हुई लग सकती है. इसके अलावा इनकी कमी से डैंड्रफ, हेयर लॉस और आंखों में ड्राइनेस भी हो सकती है.
फोर्टिस हॉस्पिटल, शालीमार बाग की डॉ अनु जैन बताती हैं कि ओमेगा-3 फैटी एसिड अखरोट और अलसी के बीज में होते हैं. अगर आप ये गुड फैटी एसिड लेते हैं, तो इसके फायदे हैं कि ये वजन नहीं बढ़ाते, स्किन को हाइड्रेट करते हैं और बॉडी में इंफ्लेमेशन को कम करते हैं.
वक्त-वक्त पर थकान सभी को होती है और ये इस बात का संकेत होता है कि आपको आराम की जरूरत है. लेकिन हमेशा लगातार थका महसूस करना किसी बीमारी या पोषक तत्वों की कमी के कारण हो सकता है.
अगर सुबह उठते ही आप थका और कमजोर महसूस करते हैं और आप लगातार थके हुए और कमजोर रहते हैं, तो जरूरी है कि अपनी डाइट में मैन्नीशियम से भरपूर चीजें शामिल करें.
दुनिया भर में एनीमिया का सबसे आम कारण आयरन की कमी माना जाता है, हालांकि ये फोलेट, विटामिन B12 और विटामिन A की कमी से भी होता है.
इसके अलावा कैल्शियम, कुछ विटामिन जैसे विटामिन B12, विटामिन D की कमी में भी कमजोरी महसूस होती है, जल्दी थकान हो जाती है.
मुंबई की न्यूट्रिशनिस्ट नीति देसाई के इस लेख के मुताबिक प्रोटीन की कमी से भी थकान और कमजोरी महसूस होती है.
वहीं कुछ अध्ययनों में पाया गया है कि ऐसे 80 फीसदी लोग जिनमें थायराइड हार्मोन का लेवल कम (आयोडीन की कमी) होता है, वो थका हुआ, सुस्त और कमजोर महसूस करते हैं.
हमारी हड्डियां, मांसपेशियां, त्वचा, बाल और नाखून सभी प्रोटीन से बने हैं. इसीलिए प्रोटीन की कमी का प्रभाव हमारे पूरे शरीर पर पड़ता है. इसलिए नाखून, बाल और स्किन में कोई दिक्कत हो, तो ये प्रोटीन की कमी का संकेत हो सकता है.
डॉ अनु जैन बताती हैं कि कैल्शियम और कुछ विटामिन जैसे बायोटिन की कमी से बाल और नाखून भुरभुरे हो जाते हैं.
अगर आपको अपनी स्किन पीली नजर आती है, ये आयरन की कमी का संकेत हो सकता है, जिससे आपके खून में हीमोग्लोबिन की कमी होती है. इससे खून के रंग में थोड़ी कमी आती है और आपकी स्किन और कई बार मसूड़ों, नाखून, होंठ के अंदरूनी हिस्से अपना रंग खो देते हैं.
अगर आपको अपने अचानक बढ़े हुए वजन की वजह समझ नहीं आ रही है, तो हो सकता है कि आपमें आयोडीन की कमी हो.
आयोडीन से थायरॉयड हार्मोन का उत्पादन होता है, जो मेटाबॉलिज्म कंट्रोल करने में मदद करता है. मेटाबॉलिज्म वो प्रक्रिया है, जिसके जरिए शरीर फूड को एनर्जी और हीट में बदलता है.
जब आयोडीन लेवल कम होता है, तब आपके शरीर में कम कैलोरी बर्न होती है और खाने से मिली ज्यादातर कैलोरी फैट के तौर पर स्टोर होने लगती है.
अगर आपको लगता है कि आप किसी न्यूट्रिशनल कमी से जूझ रहे हैं, तो डॉक्टर के पास जाएं. आपकी डाइट, खाने की आदतों और आपमें दिख रहे लक्षणों के आधार पर डॉक्टर कुछ मेडिकल टेस्ट के जरिए पता लगाते हैं.
हर तरह से फिट रहने के लिए हेल्दी खाना और हेल्दी लाइफस्टाइल जरूरी है. आप क्या खाते हैं, इसका ध्यान रखें. किसी पोषक तत्व की कमी के लक्षण झेलने की बजाए उसकी असल वजह तलाशें और अपने शरीर को फिट रखें.
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Published: 02 Apr 2019,03:37 PM IST