advertisement
सेक्सॉल्व समता के अधिकार के पैरोकार हरीश अय्यर का फिट पर सवाल-जवाब आधारित कॉलम है.
अगर आपको सेक्स, सेक्स के तौर-तरीके या रिलेशनशिप से जुड़ी कोई परेशानी है, कोई उलझन है, जिसे आप हल नहीं कर पा रहे हैं, या आपको किसी तरह की सलाह की जरूरत है, किसी सवाल का जवाब चाहते हैं या फिर यूं ही चाहते हैं कि कोई आपकी बात सुन ले- तो हरीश अय्यर को लिखिए, और वह आपके लिए ‘सेक्सॉल्व’ करने की कोशिश करेंगे. आप sexolve@thequint.com पर मेल करें.
पेश हैं इस हफ्ते के सवाल-जवाबः
डियर रेनबोमैन,
मैं 22 साल की महिला हूं. मैं एक रूढ़िवादी परिवार से हूं, जहां सेक्स के बारे में बात नहीं की जाती है. मुश्किल यह है कि अगले महीने मेरी शादी हो रही है. मेरे मन में जहां एक तरफ बड़ा उत्साह है, वहीं दूसरी तरफ सेक्स को लेकर डर भी है. हालांकि, ये मेरी ड्यूटी है कि मैं उसके साथ सेक्स करूं, क्या ऐसा ही है?
कृपया मेरी मदद कीजिए!!!
सादर
भयभीत महिला
डियर भयभीत महिला,
मेरे सामने अपनी बात रखने के लिए शुक्रिया. मैं जानता हूं कि हम अभी भी एक पितृसत्तात्मक समाज में रहते हैं, जहां महिलाओं को पुरुषों की बात माननी पड़ती है और पति को ना कहते हुए डर लगता है. मैं यह भी जानता हूं कि मेरे जैसे किसी व्यक्ति के लिए कंप्यूटर के दूसरी तरफ बैठ कर किसी को कोई भी सलाह देना आसान है, इसलिए अगर मेरी सलाह उपदेश लगे, तो मुझे माफ कर दीजिएगा.
खुद को वक्त दें. खुद को शिक्षित करें. अपने सपोर्ट सिस्टम के संपर्क में रहें. गूगल का सहारा लें और सेक्स और सहमति के बारे में पढ़ें. वीडियोज देखें. फिर तय करें कि आप सेक्स करना चाहेंगी या नहीं.
फिर से बता दूं, चूंकि आप शादीशुदा हैं इस कारण से आप सेक्स करने के लिए बाध्य नहीं हैं. एक सपोर्ट सिस्टम बनाएं, ताकि आप अपने ज्ञान और अपने लिए बनाए नैतिक समर्थन से ना कह सकें.
एक कृत्य के रूप में सेक्स तभी आनंददायक हो सकता है, जब पर्याप्त प्यार और पूरी सहमति हो.
सादर,
रेनबोमैन
अंतिम बातः ऐसा तभी करें, जब आप इसके लिए तैयार महसूस करें.
डियर रेनबोमैन,
मैं कैलिफोर्निया से एक 32 वर्षीय महिला हूं. मुझे हमेशा पता था कि मैं स्ट्रेट हूं क्योंकि पहले मैं पुरुषों के साथ रिलेशनशिप में रही हूं, लेकिन एक महिला से मिलने के बाद मैं अपनी सेक्सुअलटी को लेकर उलझन में हूं. मुझे इस लड़की से प्यार है, हमारा फिजिकल एनकाउंटर भी हुआ, लेकिन मैं किसी दूसरी लड़की की ओर कभी आकर्षित नहीं हुई और यह लड़की सिर्फ बाहों में भरना और चूमना पसंद करती है और इससे ज्यादा कुछ नहीं. इससे मैं हमेशा भ्रमित रहती हूं. मैंने उससे बात करने की कोशिश की, लेकिन वह खुलती नहीं है.
कृपया इस पहेली को सुलझाने में मेरी मदद करें.
सादर
लड़की
डियर लड़की,
मुझे लिखने के लिए धन्यवाद. सबसे पहले तो, मैं आपको कोई प्यार करने वाला पाने के लिए बधाई देता हूं. प्यार बहुत वक्त लेता है और बहुत सब्र मांगता है. ऐसे मामलों में और ज्यादा.
कभी-कभी, हम अपना बहुत सारा समय अपने विचारों को सेक्सुअलटी की सांसारिक परिभाषाओं की किसी सोच या खांचे में फिट करने में लगाते हैं. कभी-कभी शायद, हमें सिर्फ इसे हो जाने देना चाहिए.
जहां तक उसका मामला है, मुझे नहीं पता कि आप इस रिलेशनशिप में कितने समय से हैं. वह आपको समझने के लिए वक्त लगा रही होगी... उसे समय दें. सब्र के साथ इसका इंतजार करें. देखें कि यह कैसे आगे बढ़ता है.
इसके अलावा, आप सिर्फ एक पुरुष या सिर्फ एक लड़की से आकर्षित हो सकते हैं. इसके किसी और विश्लेषण के लिए बहुत ज्यादा सोचने की जरूरत नहीं. उन लोगों की संख्या महत्वपूर्ण नहीं है, जिनके प्रति आप आकर्षित होते हैं, बल्कि आकर्षण में गहराई और भावना महत्वपूर्ण है. ऐसा भी होता है जब आप आमतौर पर एक निश्चित समूह से आकर्षित नहीं होते हैं, लेकिन फिर भी समूह के किसी व्यक्ति के प्रति आकर्षित हो जाते हैं. लॉ ऑफ अट्रैक्शन के नियम ऐसे ही हैं. ये किसी तयशुदा फार्मूले से तय नहीं होते.
वक्त के साथ चीजें बेहतर होती जाती हैं. और प्यार स्पष्ट हो जाता है.
मुस्कान,
रेनबोमैन
अंतिम बातः मूल्यांकन को बाद के लिए छोड़ दें, पहले प्यार कर लें.
डियर रेनबोमैन,
मैं 37 साल का स्ट्रेट पुरुष हूं. मुझे सेक्स बहुत पसंद है, लेकिन मेरी पत्नी को नहीं है. मैंने उसे हर तरीके से आनंदित किया है, लेकिन वह होंठ चूमने से बचती है क्योंकि इससे मुंह के छाले हो जाते हैं और सेक्स के दौरान वह नए तरीकों से भी बचती है. उसने मुझे बताया है कि जब मैं उसे उकसाने की कोशिश करता हूं तो उसे वेजाइना में दर्द होता है. मैं क्या करूं? मैं यह कैसे करूं?
सादर,
परेशान आदमी
डियर परेशान आदमी,
अपनी बात मेरे साथ साझा करने के लिए शुक्रिया. मैं समझता हूं कि जब हमारे पास एक पार्टनर होता है जिससे हमारी शादी हुई है, तो हम यह मान लेते हैं कि वो सेक्स की मंजिलें तय करने के लिए तैयार है और वह भी आनंद को उसी तरह समझता है, जैसे हम सोचते हैं.
कभी-कभी, बातचीत मूड बेहतर बनाने का सबसे अच्छा तरीका होता है. उसे बताने का मौका दें कि सेक्स के दौरान उसे क्या अच्छा लगता है. उससे पूछें कि वह कैसे छुआ जाना चाहेगी और उसके आनंद बिंदु कहां हैं. उसे तय करने के लिए वक्त और मौका दें. अगर उसका मन नहीं है, तो उस पर सेक्स के लिए जोर न डालें.
उसे परखने की कोशिश करें. उसकी शारीरिक जरूरतों के बारे में अपनी समझ बढ़ाने की कोशिश करें. अगर वह वेजाइना में दर्द महसूस करती है और आपको रुकने के लिए कहती है- तो रुकें. अगर उसे ऐसा लगता है कि वह अभी भी सेक्स कर सकती है, तो लुब्रिकेशन लगाएं या समस्या को समझने के लिए एक अच्छे सेक्सोलॉजिस्ट से मिलें और समस्या का हल निकालें.
उसे कुछ वक्त और दीजिए.
सादर
रेनबोमैन
अंतिम बातः सवाल पूछें और आपको जवाब मिलेंगे- सारे जवाब.
डियर रेनबोमैन,
मैं 42 साल का पुरुष हूं. मैं साड़ी या लेगिंग में महिलाओं को देख कर बहुत उत्तेजित महसूस करता हूं. अगर ब्लाउज के अंदर से ब्रा जैसे इनर दिख जाते हैं तो मेरा एकदम सेक्स का मन करने लगता है. मैं परफेक्ट फिगर वाली महिलाओं को देखकर बहुत ज्यादा उत्तेजित महसूस नहीं करता. क्या यह कोई मनोवैज्ञानिक समस्या है?
सादर
उलझन
मिस्टर उलझन,
अपनी बात मेरे साथ साझा करने के लिए शुक्रिया.
नहीं, मुझे नहीं लगता कि आपके साथ सिर्फ इसलिए कुछ गलत है, क्योंकि आप महिलाओं के बारे में किसी खास पोशाक या उसके इनर को लेकर फैंटेसी करना पसंद करते हैं. सिर्फ बहाव के साथ चलें. बहुत से लोगों के पास एक “टाइप” होता है, जिससे वे उत्तेजित महसूस करते हैं.
जब तक यह स्टाकिंग (पीछा करना) नहीं है, बल्कि सिर्फ “देखना” है और पूरी सहमति के साथ किया जाता है- यह कोई समस्या नहीं है. आपके मामले में कुछ भी गलत नहीं है. मुझे नहीं लगता कि यह कोई मनोवैज्ञानिक “समस्या” है. हालांकि,अगर आप बहुत फिक्रमंद हैं और यह आपको डरा रहा है, तो चीजों का विश्लेषण करने और शांति पाने में मदद के लिए एक काउंसलर की मदद लें.
सादर,
रेनबोमैन
(लोगों की पहचान सुरक्षित रखने के लिए नाम और कुछ ब्योरे बदल दिए गए हैं. आप भी अपने सवाल sexolve@thequint.com पर भेज सकते हैं.)
(हरीश अय्यर एलजीबीटी कम्युनिटी, महिलाओं, बच्चों और जानवरों के अधिकारों के लिए काम करने वाले समान अधिकार एक्टिविस्ट हैं.)
और स्टोरी पढ़ने के लिए Sexolve सेक्शन को फॉलो करें.
(हैलो दोस्तों! हमारे Telegram चैनल से जुड़े रहिए यहां)