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हम जानते हैं कि जो खाना हम खाते हैं, वह हमारे शरीर को काम करने के लिए पोषण देते हैं, हम यह भी जानते हैं कि पुराने समय में हमारी दादी और मां स्वस्थ त्वचा और सौंदर्य के लिए ज्यादातर किचन में मौजूद चीजों का इस्तेमाल करती थीं. हर घर में क्लींजिंग (त्वचा की सफाई), मॉइस्चराइजिंग और टोनिंग के लिए किचन में ही काफी कुछ मौजूद होता है.
दुनिया भर में पुराने समय से उपयोग किए जाने वाले सौंदर्य प्रसाधन आज के ब्यूटी प्रोडक्ट्स का आधार बन गए हैं. इन 'ऑर्गेनिक' प्रोडक्ट्स में केमिकल, प्रीजर्वेटिव और दूसरी चीजों को मिलाया जाता है, जो बाद में त्वचा को नुकसान पहुंचाते हैं.
अब वक्त आ गया है कि इस गर्मी में केमिकल युक्त प्रोडक्ट से दूरी बना लें और अपने किचन में मौजूद नैचुरल चीजों का इस्तेमाल कर अपनी स्किन को हेल्दी, ग्लोइंग और हाइड्रेटेड रखें.
पपीते को एक आम आदमी का फल कह सकते है, यह पूरे साल मिलता है. पपीता विटामिन सी, विटामिन ए, राइबोफ्लेविन, फोलेट, कैल्शियम, थायमिन, आयरन, नियासिन, पोटैशियम और फाइबर का एक अच्छा सोर्स है.
पपीते में पाया जाने वाला एक और महत्वपूर्ण यौगिक है पापेन, ये एक एंजाइम है जो प्रोटीन के पाचन में मदद करता है और इसका उपयोग मीट को नरम करने के लिए किया जाता है. पपीते के ये सभी गुण, इसे स्किन थेरपी के लिए एक परफेक्ट फल बनाते हैं.
पपीते में मौजूद पापेन एंजाइम त्वचा के रंग को हल्का करने, टैन हटाने और यहां तक कि त्वचा की टोन को निखारने की क्षमता रखता है. पपीता डेड स्किन को बाहर निकालने और रिवर्स एजिंग में मदद करने के लिए त्वचा को हाइड्रेट करने में भी सक्षम है. पापेन हमारी त्वचा के कोलेजन और लचीले फाइबर पर काम करके झुर्रियों को कम करने में भी प्रभावी होता है. गरीब समुदायों के हॉस्पिटल में पपीते का इस्तेमाल बच्चों में जले हुए अल्सर के इलाज के लिए भी किया जाता है.
टमाटर एंटीऑक्सिडेंट लाइकोपीन, विटामिन सी, पोटैशियम से भरपूर होता है. ये पोषक तत्व त्वचा को चमकदार बनाते हैं.
लाइकोपीन एक मजबूत एंटीऑक्सिडेंट है और ये त्वचा से फ्री रेडिकल हटाकर उसे रिफ्रेश रखने में भी मदद करता है.
इसमें मौजूद विटामिन सी एक प्राकृतिक ब्लीच के रूप में काम करता जो त्वचा में चमक लाता है. ये दोनों उम्र बढ़ने और सूरज की क्षति के प्रभावों से लड़ते हैं जो एक एंटी-एजिंग संयोजन के रूप में काम करते हैं. टमाटर ऑयली स्किन के लिए बेहतरीन होता है, ये मुंहासे और पिंपल्स को कम करने के साथ रोमछिद्रों को कसने में मदद करता है.
त्वचा की देखभाल के लिए हर मौसम में बेहद फायदेमंद है नारियल का तेल. नॉन प्रॉसेस्ड नारियल तेल को त्वचा के कई लाभों के लिए जाना जाता है. यह मजबूत एंटी-बैक्टीरियल, एंटी-वायरल, एंटी-फंगल और एंटीऑक्सीडेंट गुणों से युक्त है. यह अंतर्निहित डर्मल टिशू (त्वचीय ऊतक) को मजबूत करने में मदद करता है, हमें सनबर्न से बचाता है और साथ ही एक्सफ़ोलीएटिंग एजेंट है, जो डेड स्किन सेल्स (मृत त्वचा कोशिकाओं) को हटाता है.
सर्जरी के बाद के निशान को हटाने के लिए सर्जन अक्सर नारियल तेल लगाने की सलाह देते हैं. एक तेल के रूप में, यह शुष्क त्वचा को मॉइस्चराइज करने में मदद करता है.
शहद प्राकृतिक औषधीय गुणों से भरपूर होता है. शहद का उपयोग पारंपरिक चिकित्सा में घावों और नॉन हीलिंग अल्सर के इलाज के लिए किया गया है. हाल में हुए शोध ने भी नॉन हीलिंग अल्सर और सर्जिकल घावों के लिए इसके इस्तेमाल का समर्थन किया है.
शहद अपनी एंटी-बैक्टीरियल और एंटी-फंगल गुणों और त्वचा को हाइड्रेट करने की क्षमता के लिए जाना जाता है. ये दाग-धब्बे को कम करने और त्वचा को नमी देने के लिए उपयोगी है. शहद डैंड्रफ के लिए भी एक कारगर उपाय है.
मेरे घर में पीढ़ियों से दूध का बड़े पैमाने पर इस्तेमाल किया जाता है. दूध प्रोटीन, वसा, विटामिन बी, कैल्शियम, लैक्टिक एसिड, बायोटिन और विटामिन ए से बना होता है. ये सभी त्वचा के स्वास्थ्य के लिए बहुत फायदेमंद हैं.
कच्चे दूध के स्नान का चलन बहुत पहले से है और इसकी वजह है कि ये त्वचा को साफ और शुद्ध करने में मदद करता है. ये त्वचा को पोषण देता है और मुलायम बनाता है. दूध कोलेजन फॉर्मेशन को बढ़ाता है और त्वचा के लचीलेपन को बनाए रखता है. इसमें मौजूद प्रोटीन कोशिकाओं की मरम्मत और विकास में मदद करता है और झुर्रियों से छुटकारा दिलाने का काम करता है. लैक्टिक एसिड त्वचा को हाइड्रेट करता है, पोषण देता है और एजिंग प्रॉसेस को धीमा करने के लिए फ्री रेडिकल से भी लड़ता है. कच्चा दूध झाइयों, दाग-धब्बों और रूखी त्वचा से निपटने के लिए बहुत प्रभावी है.
किचन में ऐसी और भी कई चीजें होती हैं, जो आपकी त्वचा के लिए बेहद फायदेमंद हैं, यहां तक कि चीनी भी आपके स्किन को बेहतर बनाने का काम करती है.
खाद्य पदार्थ हमें पोषक तत्वों की आपूर्ति करते हैं. इसलिए साफ और ताजा खाना खाएं, खूब पानी पिएं ताकि आप हाइड्रेटड रहें, एक्सरसाइज करें, फिर देखें आपकी त्वचा और बॉडी स्वस्थ और सुंदर बनी रहेगी. तो, अपने किचन और फ्रिज की तरफ देखें- यानी, थोड़ा खाओ, थोड़ा लगाओ.
(रुपाली दत्ता एक क्लीनिकल न्यूट्रिशनिस्ट हैं जिन्होंने कॉरपोरेट हॉस्पिटल्स में टीमों का नेतृत्व किया है. इन्हें वेलनेस और बीमारी दोनों में हेल्थकेयर, फूड और न्यूट्रिशन की गहरी जानकारी है.)
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Published: 27 Apr 2019,03:25 PM IST