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पूर्व विदेश मंत्री सुषमा स्वराज का मंगलवार रात 6 अगस्त को निधन हो गया. कार्डियक अरेस्ट के बाद उन्हें दिल्ली के एम्स ले जाएगा था, फिर खबर आई कि सुषमा स्वराज नहीं रहीं. वो 67 साल की थीं.
रिपोर्ट्स के मुताबिक उन्हें रात करीब 10 बजकर 15 मिनट पर क्रिटिकल कंडिशन में एम्स लाया गया था.
साल 2016 में उन्होंने किडनी ट्रांसप्लांट कराया था और कई महीनों तक एम्स में एडमिट रही थीं. किडनी फेलर और ट्रांसप्लांट की जानकारी उन्होंने ट्विटर के जरिए खुद दी थी.
स्वास्थ्य कारणों के चलते ही सुषमा स्वराज ने 2019 का लोकसभा चुनाव न लड़ने का फैसला किया था.
आपको बता दें कि सीनियर कांग्रेस लीडर और तीन बार दिल्ली की मुख्यमंत्री रहीं शीला दीक्षित का 81 साल की उम्र में कार्डियक अरेस्ट के कारण ही बीते 20 जुलाई को निधन हो गया था.
अमेरिकन हार्ट एसोसिएशन के मुताबिक जब हार्ट के फंक्शन में अप्रत्याशित रुकावट आ जाए तो इसे कार्डियक अरेस्ट कहते हैं, जब हार्ट ठीक तरीके से नहीं धड़कता है.
इसका कारण दिल में इलेक्ट्रिकल डिसटर्बेंस से पंपिंग कार्य रुक जाना हो सकता है, जिससे बाकी शरीर में रक्त का प्रवाह रुक जाता है.
मेयो क्लीनिक के मुताबिक इसमें अप्रत्याशित तरीके से दिल काम करना बंद कर देता है, सांस थम जाती है या बेहोशी आ जाती है.
इसके लक्षण इस तरह हैंः
डॉक्टरों के मुताबिक कई लक्षण होते हैं, जिन पर हमें चेत जाना चाहिए. जैसे- थकान, चक्कर आना, छोटी-छोटी सांसें लेना, कमजोरी, तेज धड़कन और उल्टी आना.
हालांकि कार्डियक अरेस्ट बिना किसी चेतावनी के भी हो सकता है.
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