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यह नेटफ्लिक्स का समय है, उदास होने का नहीं. बहुत सारे एपिसोड लेकिन समय बहुत कम. एक पार्टी में जाना है लेकिन बातचीत शुरू करने के लिए कई फेमस शो नहीं देखे हैं? तभी तो लगातार शो देखने की दौड़ में शामिल हो गए. दोस्तों के साथ मिलने के प्रोग्राम को कैंसल कर दिया, सोशल लाइफ को छोड़ दी, सोना भूल गए और यह इसलिए क्योंकि एक साथ कई एपिसोड देखने की इस प्रतिस्पर्धा में कहीं पिछड़ न जाएं.
यह इस दौर की एक सामान्य सी बात है. हम सभी लोग रात में लैपटॉप पर अपने पसंदीदा टीवी शो देखते रहते हैं और करवटें बदलते रहते हैं, लेकिन हमारी पीठ और गर्दन इसके लिए हमें माफ नहीं करते क्योंकि उनकी स्थिति खराब हो सकती है.
हां, आपको सहायता की जरूरत है. डरें नहीं, बस इसे पढ़ें.
यहां बताया गया है कि लगातार देखते रहना किस तरह से आपको नुकसान पहुंचा सकता है. यहां कुछ क्विक टिप्स दिए गए हैं, जिसे जाड़े में जॉन स्नो अशर देखने के समय आपको ध्यान में रखना चाहिए.
टीवी या मूवीज देखने के लिए बिस्तर पर झुके हुए हैं, यह आपके रिलैक्स करने का तरीका हो सकता है लेकिन यह नुकसान पहुंचाने वाली मुद्रा है.
हम लोग टीवी या लैपटॉप पर कुछ देखते समय लंबे समय तक एक ही मुद्रा में बने रहते हैं, चाहे वो अच्छी हो या बुरी. वैज्ञानिक अध्ययन यह बताता है कि लंबे समय तक टीवी देखना मोटापे और डायबिटीज से जुड़ी बीमारियों के खतरे को बढ़ा देता है.
“ तुम अंधे हो जाओगे!” जब बच्चे लंबे समय तक नजदीक से टीवी देखते हैं, तो सभी माता-पिता अपने बच्चों से यह बात कहते हैं.
लंबे समय तक स्क्रीन पर देखते रहने से आपकी आंखों की रोशनी प्रभावित होती है। इससे आंखें नम हो जाती हैं, सूख जाती हैं या फिर उनमें खुजली होने लगती है. लैपटॉप स्क्रीन से रेडिएशन निकलता है, जो हमारी आंखों को नुकसान पहुंचाता है.
हम लोगों में से ज्यादातर लोग पूरे दिन काम करने या कॉलेज में पढ़ाई करने के बाद देर रात को मनोरंजक कार्यक्रम देखते हैं. आप किसी एक एपिसोड से शुरू करते हैं और फिर लगातार देखते-देखते सुबह के चार बजा देते हैं. यह हमारे बॉडी क्लॉक को प्रतिकूल तरीके से प्रभावित करता है और सोने का चक्र गड़बड़ होने के कारण सिरदर्द तथा डायबिटीज और सांसों संबंधी परेशानियां भी उत्पन्न हो जाती हैं.
किसी भी चीज का अत्यधिक इस्तेमाल खराब होता है. यह टीवी देखने के ऊपर भी लागू होता है. अगर आप कई घंटों तक टीवी या सिनेमा देखते हैं, तो मानसिक तौर पर थक जाते हैं. (मैं तो थक जाता हूं).
लगातार टीवी देखने से अवसाद जैसी मानसिक समस्याएं भी पैदा हो जाती हैं. हाल के एक अध्ययन के अनुसार लगातार टीवी देखना अवसाद और अकेलेपन से जुड़ा हुआ है. यह भी कहा गया है कि जो लगातार टीवी देखते हैं, उनके अंदर अपने आप को नियंत्रित करने की क्षमता का अभाव होता है और यह सलाह दी जाती है कि लगातार टीवी देखना एक लत है.
इसलिए, अगली बार जब आप कोई टीवी शो देखें तो अगले एपिसड पर क्लिक करने से अपने को रोकें. कभी-कभी सस्पेंस भी एक मनोरंजन होता है!
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