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‘फानी’ के बाद ‘वायु’ तूफान, जानिए सुरक्षित रहने के उपाय
नेशनल डिजास्टर मैनेजमेंट अथॉरिटी द्वारा बताए गए तूफान से बचने के सुझाव.
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मौसम विभाग के अनुसार वायु तूफान से 60 लाख लोगों को खतरा.
(फोटो:IANS)
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आज के दौर में, हमने अपने इस्तेमाल और फायदे के लिए प्रकृति को अपने हिसाब से ढालने और बदलने में महारत हासिल कर ली है. लेकिन हर बार हम पर प्राकृतिक आपदा आती है और प्रकृति अपना प्रकोप हमें दिखाती है. हालांकि, टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में प्रगति ने हमें वक्त से पहले चेतावनी दी है और ये मौका दिया है कि हम बचने की तैयारी कर लें.
चक्रवाती तूफान ‘फानी’ के बाद अब ‘वायु’ आंखें दिखा रहा है. अरब सागर से उठा चक्रवाती तूफान ‘वायु’ भारत की ओर तेजी से बढ़ रहा है. इसका खौफ महाराष्ट्र से लेकर गुजरात के कई इलाकों में है. आलम ये है कि चार राज्यों में इसे लेकर अलर्ट जारी कर दिया गया है.
सेना से लेकर NDRF तक ने कमर कस ली है. तूफान के साथ-साथ भारी बारिश भी कहर बरसाने को तैयार है, मतलब इस तूफान की वजह से कई इलाकों में भारी बारिश हो सकती है.
मौसम विभाग का अनुमान है कि यह चक्रवाती तूफान 13 जून की सुबह पोरबंदर और महुआ से होता हुआ गुजरात के वेरावल और दीव के बीच समुद्र तट को पार करेगा.
मौसम विभाग के मुताबिक यह गुरुवार सुबह गुजरात के तटीय इलाकों में दस्तक देगा. इस दौरान 140-150 से लेकर 165 किलो मीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चल सकती हैं.
नेशनल डिजास्टर मैनेजमेंट अथॉरिटी (भारतीय राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण) द्वारा बताए गए तूफान से बचने के कुछ सुझाव इस प्रकार है.
मौसम से जुड़ी चेतावनियों के लिए रेडियो सुनें.
चेतावनियों का ध्यान रखें, ताकि साइक्लोन इमरजेंसी के लिए आप तैयार रहें.
दूसरों को भी जानकारी दें.
अफवाहों पर ध्यान न दें और न ही अफवाह फैलाएं.
ऑफिशियल जानकारी पर ही भरोसा करें.
जब आपके इलाके में साइक्लोन का एलर्ट जारी कर दिया गया हो, तो सामान्य कामकाज जारी रखें, लेकिन सतर्क भी रहें.
साइक्लोन एलर्ट का मतलब है कि आपको अगले 24 घंटे तक सतर्क रहना है.
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जब आपके क्षेत्र में साइक्लोन आने की चेतावनी हो, तो निचले-किनारे वाले समुद्र तटों और समुद्र के किनारों के करीब क्षेत्रों से दूर चले जाएं.
अगर आपको घर खाली करना है, तो बाढ़ के नुकसान से बचाने के लिए अपने कीमती सामान को ऊपरी मंजिलों पर रख दें.
इस बात का ध्यान रखें कि खिड़की और दरवाजे केवल हवा के विपरीत दिशा तरफ खोला जा सकता हो.
घर की बिजली का मेन स्विच बंद कर दें.
घर के बाहर के दरवाजों के लिए मजबूत सपोर्ट लगाएं.
अगर आपके पास लकड़ी का बोर्ड नहीं हैं, तो शीशे पर पेपर स्ट्रिप्स चिपकाएं, हालांकि, इससे खिड़कियां टूटने से नहीं बचेंगी.
जब घर खाली करने का निर्देश दिया जाए तो कुछ दिनों के हिसाब से अपने और अपने परिवार के लिए जरूरी सामान पैक करें. इनमें दवाएं, शिशुओं, बच्चों और बड़ों के लिए विशेष भोजन को जरूर शामिल करें.
सबसे महत्वपूर्ण बात, शांत रहें, घबराहट से सिर्फ कन्फ्यूजन पैदा होती है. इस बात का ध्यान रखें कि घायल लोगों को फौरन मेडिकल मदद दी जाए.
स्थिति में सुधार होने के बाद, इससे जुड़े अधिकारियों को जो नुकसान हुए उसकी रिपोर्ट करें.
साइक्लोन सीजन शुरू होने से पहले उठाए जाने वाले कदम
घर की जांच करें- घर की ढीली टाइलें ठीक करें और दरवाजे और खिड़कियों की मरम्मत करें.
छोटी और हल्की चीजें, जो तेज हवा में उड़ सकती हैं, उन्हें एक कमरे में सुरक्षित रूप से रख दें.
घर के पास की सूखी शाखाओं या सूखे हुए पेड़ों को हटा दें.
तूफान में इस्तेमाल की जानें वाली मिट्टी के तेल से भरी एक लालटेन रखें. बैटरी से चलने वाली टॉर्च और एक्स्ट्रा टॉर्च के सेल पास रखें.
ट्रांसजिस्टर के लिए एक्स्ट्रा बैटरीज रखें.
इमरजेंसी में उपयोग के लिए कुछ सूखे और ना खराब होने वाला खाना तैयार करके रखें.
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