मेंबर्स के लिए
lock close icon
Home Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019Fit Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019 COPD मरीजों के लिए कितना कारगर हो सकता है विटामिन D?

COPD मरीजों के लिए कितना कारगर हो सकता है विटामिन D?

जिन COPD पेशेंट को ज्यादा लंग अटैक होता है, उनका विटामिन D लेवल टेस्ट किया जाना चाहिए.

भाषा
फिट
Published:
डॉक्टर की सलाह लिए बगैर विटामिन डी सप्लीमेंट्स नहीं लेना चाहिए.
i
डॉक्टर की सलाह लिए बगैर विटामिन डी सप्लीमेंट्स नहीं लेना चाहिए.
(फोटो: iStock)

advertisement

विटामिन डी सप्लीमेंट्स क्रॉनिक ऑब्स्ट्रक्टिव पल्मोनरी डिसीज (COPD) के मरीजों में जानलेवा लंग अटैक के खतरे को कम कर सकते हैं. ऐसा ब्रिटेन की क्वीन मेरी यूनिवर्सिटी ऑफ लंदन में की गई एक स्टडी में पाया गया है.

विटामिन डी के फायदे

इस स्टडी के साथ विटामिन D के फायदों की लिस्ट में एक और फायदा शामिल हो गया है.

भले ही विटामिन डी को हड्डियों की सेहत के लिए खास माना जाता है, लेकिन पहले हो चुके अध्ययन बताते हैं कि विटामिन डी जुकाम, फ्लू और अस्थमा अटैक की रोकथाम में भी मददगार है. साथ ही इसे कुपोषण से जूझ रहे बच्चों का वजन बढ़ाने और उनके मस्तिष्क विकास के लिए भी उपयोगी बताया जा चुका है.

क्या कहती है स्टडी?

Thorax जर्नल में पब्लिश की गई स्टडी के मुताबिक COPD के वो मरीज जिनमें विटामिन डी की कमी थी, उन्हें विटामिन D का सप्लीमेंट दिए जाने पर लंग अटैक में 45% की कमी आई.

क्या है COPD?

सीओपीडी फेफड़ों की बीमारियां हैं, जैसे एम्फीसेमा, क्रॉनिक ब्रॉन्काइटिस और रीफ्रैक्टरी (नॉन-रिवर्सिबल) अस्थमा, जिसमें सांस लेने में कठिनाई होती है और सांस गहरी हो जाती है. ज्यादातर सीओपीडी मरीजों की मौत लंग अटैक से होती है.

दुनिया भर में 17 करोड़ से अधिक लोग COPD से पीड़ित हैं और साल 2015 में करीब 32 लाख लोगों की मौत इससे हुई थी.

रिसर्चर्स के मुताबिक जिन COPD पेशेंट को जल्दी-जल्दी लंग अटैक होता है, उनका विटामिन डी लेवल टेस्ट किया जाना चाहिए.

COPD अटैक से बचाव के लिए हमें नए ट्रीटमेंट की जरूरत है. हमारी स्टडी बताती है कि जिन COPD पेशेंट में विटामिन डी की कमी है, उन्हें विटामिन D सप्लीमेंट देकर घातक अटैक की दर को आधा किया जा सकता है. 
एड्रियन मार्टिनो, क्वीन मेरी यूनिवर्सिटी ऑफ लंदन
ADVERTISEMENT
ADVERTISEMENT

हालांकि विशेषज्ञ कहते हैं कि जिन लोगों में भोजन के जरिए विटामिन डी की पूर्ति नहीं हो पाती, उन्हें ही सप्लीमेंट लेने की जरूरत होती है और सप्लीमेंट का इस्तेमाल डॉक्टर की सलाह पर ही करना चाहिए क्योंकि विटामिन D की अधिकता भी नुकसान पहुंचाती है.

(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)

अनलॉक करने के लिए मेंबर बनें
  • साइट पर सभी पेड कंटेंट का एक्सेस
  • क्विंट पर बिना ऐड के सबकुछ पढ़ें
  • स्पेशल प्रोजेक्ट का सबसे पहला प्रीव्यू
आगे बढ़ें

Published: undefined

ADVERTISEMENT
SCROLL FOR NEXT