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बात जब तंदरुस्ती की आती है, तो गोलमोल सा अखरोट- अपार शक्ति का भंडार है. इसे बढ़ते कोलेस्ट्रॉल लेवल, वजन बढ़ने और डायबिटीज के खिलाफ जबरदस्त तरीके से काम करने के लिए जाना जाता है. अखरोट प्रोटीन, एंटीऑक्सिडेंट, विटामिन और जरूरी मिनरल्स से भरपूर होता है. सबसे खास बात ये है कि अखरोट ओमेगा-3 फैटी एसिड से युक्त होता है, जो दिमाग की गतिविधियों को तेज करता है और मजबूत दिमाग के कामकाज को बढ़ावा देता है.
और इनका टेस्ट भी बहुत अच्छा होता है! इसे सलाद में डालें, इसे फलों में मिलाएं, इसे डेजर्ट में इस्तेमाल करें या शाम से पहले के नाश्ते में चबाएं.
अखरोट के कई फायदे देखते हुए हमने इस सुपर नट के विभिन्न स्वास्थ्य लाभों के बारे में विस्तार से जानने के लिए न्यूट्रिबाउंड में न्यूट्रिशनिस्ट और क्लिनिकल डायटीशियन, हुदा शेख से बात की. उन्होंने जो बताया, वो आप भी जान लीजिए:
अखरोट ओमेगा-3 फैटी एसिड और अमीनो एसिड से भरपूर होता है, इसके एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण शरीर से खराब कोलेस्ट्रॉल को निकालने और दिल को स्वस्थ रखने में मददगार होता है.
ये देखने में मानव मस्तिष्क की एक छोटी प्रतिकृति होते हैं. अंदर की बाकी बनावट भी शक की कोई गुंजाइश नहीं छोड़ती है, लेकिन यही अकेला कारण नहीं है कि अखरोट मस्तिष्क के लिए अच्छा फूड माना जाता है. जर्नल ऑफ न्यूट्रीशन, हेल्थ एंड एजिंग में प्रकाशित एक अध्ययन के मुताबिक, सिर्फ एक मुट्ठी अखरोट को स्नैक्स के रूप में या भोजन के हिस्से के रूप में खाने से संज्ञानात्मक सेहत अच्छी होती है. अध्ययन में ये भी दावा किया गया है कि अखरोट याददाश्त के साथ दिमाग के काम की गति को भी बढ़ाता है.
डाइटीशियन हुदा शेख भी इससे सहमत हैं,
अखरोट आंत में बैक्टीरिया की विविधता को बढ़ाता है. द जर्नल ऑफ न्यूट्रिशनल बायोकेमिस्ट्री में प्रकाशित एक अध्ययन के मुताबिक, बैक्टीरिया की बढ़ी हुई गतिविधि मोटापा और जलन को कम करती है.
डायबिटीज, ओबेसिटी एंड मेटाबॉलिज्म जर्नल में छपे एक अध्ययन के नतीजों के मुताबिक, “अखरोट खाने से भूख और भूख की सोच कम हो जाती है और राइट इंसुला (दिमाग का अंदरूनी दाहिना हिस्सा) में सही भोजन के लिए सक्रियता बढ़ जाती है.” आसान शब्दों में कहें तो अखरोट पेट भरा होने की भावना को बढ़ावा देता है और जरूरत से ज्यादा खाने से रोकता है.
पूर्व में किए गए अध्ययनों में दावा किया गया है कि अगर अखरोट का 2.5 औंस रोजाना लिया जाता है, तो 21-35 साल के पुरुषों में स्पर्म की जीवनशक्ति और गतिशीलता बनी रहती है. डाइटीशियन हुदा शेख के मुताबिक, “रोजाना 75 ग्राम अखरोट खाने से पुरुष की प्रजनन क्षमता कई गुना बढ़ सकती है.”
फिर से अखरोट के समृद्ध पोषक तत्वों पर आते हैं. ओमेगा-3 फैटी एसिड, एंटीऑक्सिडेंट और विटामिन ई की मौजूदगी दिमाग के कामकाज में सुधार लाती है और अल्जाइमर बीमारी की रफ्तार को धीमा कर सकती है. डाइटीशियन शेख कहती हैं कि, यह भी एक वजह है कि अखरोट को दिमाग के भोजन के रूप में देखा जाता है.
हमें स्वस्थ, सक्रिय और ऊर्जावान बनाए रखने के लिए रात की एक अच्छी नींद जरूरी है. डाइटीशियन हुदा शेख कहती हैं, “अखरोट में मेलाटोनिन- नींद लाने वाला हार्मोन- होता है, जिससे नींद को नियमित किया जाता है, जिससे हम दिन भर के काम के बाद आराम की नींद ले सकते हैं.”
सोने से पहले अपने डिनर के सलाद में कुछ अखरोट मिलाएं या एक गिलास दूध में मिलाकर लें.
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Published: 25 Jul 2019,03:44 PM IST