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आधी रात को अचानक आपकी नींद खुलती है. ऐसा लगता है कि आपके आसपास कोई मौजूद है. आप हिलने की कोशिश करते हैं, लेकिन शरीर का कोई अंग हिला नहीं पाते हैं. डर लगता है, चीखना चाहते हैं, लेकिन आवाज ही नहीं निकलती. ऐसा लगता है, जैसे किसी ने आपको कसकर बांध रखा है, आप जकड़े या जमे हुए हैं.
जी हां, जिसके साथ ऐसा होता है, डर की वजह से उसके मन में बुरी शक्ति से लेकर भूत-प्रेत न जाने कैसे-कैसे ख्याल आ जाते हैं. पर हकीकत ये है कि थोड़ी देर के लिए महसूस होने वाली इस कंडिशन को स्लीप पैरालिसिस कहते हैं.
ओहियो स्टेट यूनिवर्सिटी वेक्सनर मेडिकल सेंटर में साइकियाट्रिस्ट और स्लीप मेडिसिन स्पेशलिस्ट रीता औद स्लीप पैरालिसिस को समझाने के लिए लिखती हैं:
सभी स्लीप साइकिल के दो हिस्से होते हैं: रैपिड-आई मूवमेंट (REM) और नॉन-रैपिड-आई मूवमेंट स्लीप.
पहले भाग नॉन-REM में आप धीरे-धीरे नींद के तीन चरणों से गुजरते हैं. हर स्टेज के साथ आपकी सांसें एक लय में होती जाती हैं और आप नींद में जाने लगते हैं, यहां तक कि शोर में भी.
REM स्लीप में आपका शरीर अनैच्छिक मांसपेशियों को मूव कर सकता है, जैसे कि सांस लेने के लिए डायाफ्राम, लेकिन आपके हाथ, पैर और दूसरी स्वैच्छिक मांसपेशियों को नहीं. इस वजह से आप सिर्फ सपने देखते हैं, सपने में जो दिख रहा है, उसके मुताबिक कुछ कर नहीं पाते.
नींद के REM फेज में हम खुद से किसी भी तरह की कोई मसल एक्टिविटी नहीं कर पाते क्योंकि हमारा दिमाग उस दौरान हमें अस्थाई तौर पर पैरलाइज्ड कर देता है.
कुछ लोगों को स्लीप पैरालिसिस के दौरान कई तरह का भ्रम भी हो सकता है. जैसे किसी की मौजूदगी का एहसास होना.
स्लीप पैरालिसिस का अनुभव काफी डरावना और कन्फ्यूजिंग हो सकता है, खासकर तब, जब आप आपने कोई बुरी सपना देखा हो.
ये सभी लक्षण नींद की जड़ता (inertia) के कारण होते हैं - नींद में शामिल शारीरिक तंत्र इससे प्रभावित होते हैं कि आप जाग चुके हैं.
अगर आप बहुत ज्यादा स्ट्रेस में हैं या जिंदगी के बुरे अनुभवों से गुजर रहे हैं, तो आपके स्लीप पैरालिसिस से गुजरने की ज्यादा आशंका होती है. जैसे, पोस्ट-ट्रॉमैटिक स्ट्रेस डिसऑर्डर (PTSD) वाले लोगों में स्लीप पैरालिसिस ज्यादा देखा जा सकता है.
हर 10 में से 4 लोगों को स्लीप पैरालिसिस हो सकता है. ये कंडिशन आमतौर पर सबसे पहले किशोरावस्था में महसूस होती है. लेकिन ये किसी भी उम्र में किसी को भी हो सकता है. ये परिवार में भी चल सकता है.
वो फैक्टर्स जो स्लीप पैरालिसिस से जुड़े हो सकते हैं:
इसलिए अगर आप अक्सर स्लीप पैरालिसिस महसूस करते हैं, इस वजह से आपको चिंता होने लगी है, इसके कारण बार-बार आपकी नींद टूट जाती है या इस वजह से दिनभर थकान लगती है, तो डॉक्टर से जरूर संपर्क करें.
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Published: 16 Jan 2019,03:25 PM IST