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सेक्सॉल्व समता के अधिकार के पैरोकार हरीश अय्यर का फिट पर सवाल-जवाब आधारित कॉलम है.
अगर आपको सेक्स, सेक्स के तौर-तरीकों या रिलेशनशिप से जुड़ी कोई परेशानी है, कोई उलझन है, जिसे आप हल नहीं कर पा रहे हैं, या आपको किसी तरह की सलाह की जरूरत है, किसी सवाल का जवाब चाहते हैं या फिर यूं ही चाहते हैं कि कोई आपकी बात सुन ले- तो हरीश अय्यर को लिखें, और वह आपके लिए ‘सेक्सॉल्व’ करने की कोशिश करेंगे. आप sexolve@thequint.com पर मेल करें.
पेश हैं इस हफ्ते के सवाल-जवाबः
डियर रेनबोमैन,
मुझे एक बात को लेकर बहुत गुस्सा आ रहा है, जिस पर मैं आपसे बात करना चाहता हूं. मुझे उम्मीद है कि आपसे खुल कर बात करने पर आप बुरा नहीं मानेंगे? खैर, मैं आपको बताने जा रहा हूं कि मैं क्या सोचता हूं. मुझे लगता है कि मेरी बीवी किसी दूसरी औरत से मिलकर मुझसे बेवफाई कर रही है. मेरा मतलब है, वो ‘लेस्बो’ किस्म की रिलेशनशिप में है. मैं इसकी परवाह नहीं करता कि लोग क्या हैं. लेकिन लोग समाज और पति को कैसे भूल सकते हैं... हमारा एक बच्चा भी है.
मुझे लगता है कि यह सब इसलिए हो रहा है क्योंकि गे राइट्स एक्टिविस्ट जैसे लोग टीवी पर आते हैं और कहते हैं कि ‘आजाद हो, आजाद हो.’ मैं आजाद नहीं होने जा रहा हूं. मैंने उसे उसकी गर्लफ्रेंड के गाल को चूमते देखा है. बंद दरवाजों के पीछे यह अभी भी चल रहा है. क्या आप मेहरबानी करके प्रचार करना बंद करेंगे और शादी का समर्थन करेंगे? मैं अपनी बीवी को अपनी जिंदगी की तरह प्यार करता हूं. मुझे अपनी जिंदगी में उसकी जरूरत है. तब क्या होगा अगर वह आपका यह सब प्रचार देख घर से भाग जाए. बदजुबानी के लिए अफसोस है, लेकिन यह सच है. मुझे आपसे नफरत है.
बेचैन आदमी
डियर बेचैन आदमी,
मुझे लिखने का शुक्रिया और आप जैसा महसूस करते हैं उसके बारे में साफगोई से बात करने के लिए भी शुक्रिया. मुझे लगता है आप बहुत गुस्से में हैं. इसलिए पहले शांत हो जाएं, एक गिलास पानी पीएं और मन को शांत करें. हो सकता है आपकी भाषा थोड़ी असंयत हो गई हो, लेकिन आपके शब्द साफ तौर पर बताते हैं कि आप क्या महसूस कर रहे हैं.
अब आप शांत हो चुके हैं, तो मेरी बात ध्यान से सुनें.
अपने आसपास देखें, हेट्रोसेक्शुअल (विपरीत लैंगिक) लोगों की तुलना में आप कितने होमोसेक्शुअल (सम लैंगिक) कार्यक्रम देखते हैं? लोग अपनी सेक्सुअलटी को इसलिए नहीं बदल देते क्योंकि वे ऐसी कुछ चीजें देखते हैं, या किसी खास मुद्दे के बारे में नेट पर खंगालते हैं, या मान भी लें, तो भी कोई लड़की किसी लड़की को चूम लेने से लेस्बियन नहीं हो जाती.
इसलिए, शक है तो पूछ लें. झगड़ा ना करें, बात करें. अपनी बीवी से बात करें, डाइनिंग टेबल पर बैठें और बात करें. पहले उसे समझें कि वह क्या सोचती है और उसी हिसाब से तय करें कि आप दोनों अपने रिश्ते में आगे क्या करना चाहते हैं. उससे सलाह करें और समझें कि वह क्या चाहती है. मैं यह नहीं कह रहा कि यह सब आप के दिमाग की उपज है, लेकिन मैं कहना चाहता हूं कि आप अपने दिमाग में कल्पनाएं गढ़ने की बजाए उससे बात कर सकते हैं.
सप्रेम,
रेनबोमैन
अंतिम बातः आप मुझसे नफरत करना जारी रख सकते हैं, इसका मुझ पर कोई असर नहीं होता.
डियर रेनबोमैन,
मैं एक 22 वर्षीय स्टूडेंट हूं और जल्द हॉस्टल जाने वाला हूं. हॉस्टल के दूसरे लड़कों को लेकर मैं थोड़ा आशंकित हूं. क्या यह सच है कि हॉस्टल के लड़के गे हो जाते हैं? क्या आपको पता है कि ऐसा कुछ है? मैंने सुना है कि हॉस्टल में बहुत से लोग ग्रिंडर और टिंडर जैसे ऐप का इस्तेमाल करते हैं. मैंने अपने एक दोस्त को उसके दोस्त के होंठों को चूमते देखा है. मुझे नहीं पता कि वे गे हैं या नहीं क्योंकि उनमें से ज्यादातर की एक गर्लफ्रेंड भी है. क्या मैं भी वैसा हो जाऊंगा?
सादर,
हॉस्टल बॉय
अंतिम बातः मैं होमोफोबिक नहीं हूं. मैं अभी उस रास्ते पर नहीं जाना चाहता.
डियर हॉस्टल बॉय,
मुझे लिखने के लिए शुक्रिया. सबसे पहले, हॉस्टल लाइफ की शुरुआत के लिए बधाई. मुझे उम्मीद है कि आप खुद पर नाज करेंगे और हॉस्टल में एक शानदार जिंदगी जिएंगे और मैं दुआ करूंगा कि आपने जो भी फैकल्टी चुनी है, उसमें आपको कामयाबी मिले. मैं हमेशा से हॉस्टल की जिंदगी चाहता था, लेकिन मेरी सारी पढ़ाई स्थानीय स्कूलों और कॉलेजों में हुई और मुझे कभी हॉस्टल की जरूरत नहीं पड़ी.
हॉस्टल के लड़कों में ज्यादा शारीरिक संपर्क होता है. उनमें पुरुष से पुरुष निकटता काफी है. वे कई बार एक-दूसरे को गले लगाते हैं, कभी-कभी वे अर्धनग्न सोते हैं, कभी-कभी वे अंडरवियर में घूमते हैं; यह सब वे अपनी सुविधा के दायरे में करते हैं. वे अपने शरीर और एक-दूसरे के शरीर के साथ एकदम सहज हैं. वे कभी-कभी आपसी मास्टरबेशन या इस तरह की चीजों में भी लगे हो सकते हैं, लेकिन ये जरूरी नहीं कि उन्हें बाईसेक्शुअल या होमोसेक्शुअल पुरुष मान लिया जाए.
जैसे खुद मेरा ही मामला ले लें. मैंने एक महिला के साथ सेक्स किया है. मैंने महिला के साथ संबंध बनाए. और मैं अभी भी खुद को गे मानता हूं. बस इसी तरह लड़कों/पुरुषों के बीच नजदीकी रिश्ता होता है, तो उनमें संबंध बनाने की ज्यादा गुंजाइश होती है. कुछ अलग करने वाला हर शख्स गे नहीं है. कुछ अलग करने वाला हर शख्स स्ट्रेट नहीं है. और हर वह शख्स जो कुछ अलग करता है बाईसेक्सुअल नहीं है.
लेकिन यह नहीं कहा जा सकता कि हॉस्टल में गे नहीं होते. बहुत होंगे. और अगर वे हैं, या प्यार की तलाश में हैं, तो वे डेटिंग ऐप पर जाएंगे और प्यार या सेक्स के लिए जोड़ा तलाशेंगे. आप इसे डेट करने के लिए महिलाओं को टिंडर पर तलाशने वाले पुरुष या जो पुरुषों की तलाश करने वाली महिलाओं से अलग रोशनी में क्यों देखते हैं.
इसलिए तलाश करें और प्यार करें. अपने जैसे की भी तलाश करें. दिल तो पागल है में माधुरी दीक्षित कहती नहीं है, “हर किसी के लिए कोई ना कोई बना है?”
इसलिए तलाश करो और प्यार करो. चारों तरफ ढेर सार प्यार है. आप बदलेंगे नहीं, क्योंकि एक सेक्शुअलटी से दूसरी में बदलाव नहीं हो सकता है. आप कुछ अलग करना चाह सकते हैं या नहीं भी चाह सकते हैं. पर इसे लेकर परेशान ना हों.
प्यार करने या सेक्स करने में हमेशा एक स्थाई नियम ये है कि यह रजामंदी से होना चाहिए.
मुस्कान के साथ
रेनबोमैन
अंतिम बातः आप ऐसा क्यों सोचते हैं कि मैं सोचूंगा कि आप एक होमोफोब हैं?
डियर रेनबोमैन,
मुझे जंगल जैसे प्यूबिक हेयर हैं. ये बहुत ज्यादा हैं. इनसे कैसे निजात पाई जा सकती है?
सादर
प्यूभिता
डियर प्यूभिता,
मुझे आपका जेंडर नहीं पता, लेकिन इसके बावजूद, अगर आप ऐसा सोचते/सोचती हैं, तो आप अपने प्यूबिक हेयर को सावधानी से ट्रिम कर सकते/सकती हैं. कुछ लोग शेव भी करते हैं. बस ये समझें कि आपको यह सावधानी से करने की जरूरत है क्योंकि कोई उस जगह पर कटे-पिटे जख्म के निशान नहीं चाहेगा.
लेकिन पहले, अपने सेक्सोलॉजिस्ट या एक जनरल फिजीशियन से जांच करा लें. अपने डॉक्टर से बात करने में हिचकिचाएं नहीं. उनके पास इससे उबरने का रास्ता हो सकता है.
प्यार के साथ
रेनबोमैन
अंतिम बातः अप्वाइंटमेंट ले लो डॉक्टर के साथ.
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