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भागदौड़ भरी जिंदगी, पैसे कमाने की होड़ और बढ़ते काम का बोझ. इस सब के बीच लोगों को अपने बारे में सोचने तक का वक्त नहीं मिलता है. नतीजतन कुछ वक्त के बाद ऐसे लोग डिप्रेशन का शिकार हो जाते हैं और फिर यही डिप्रेशन कई दूसरी बीमारियों का भी कारण बन जाता है.
आधुनिकता की इस अंधी दौड़ में कम उम्र के बच्चे भी डिप्रेशन का शिकार हो रहे हैं. पढ़ाई की चिंता,जॉब की चिंता, बच्चों के भविष्य की चिंता, इसी तरह की ढेर सारी चिंताए हमारे शरीर और मानसिक विकास को रोककर हमें डिप्रेशन में धकेल देती हैं.
लेकिन अगर हम चाहें तो अपनी रोजमर्रा की जिन्दगी में थोड़ा सा वक्त निकाल कर डिप्रेशन की बीमारी से अपने अपको बचा सकते है. कुछ असान से तरीके अपनाकर आप खुशहाल और सेहतमंद जिन्दगी बिता सकते हैं.
रोज दस मिनट एक्सरसाइज करना आपको डिप्रेशन से दूर रख सकता है. इससे आप पॉजिटिव एनर्जी महसूस करेंगे. एक्सरसाइज करने से बॉडी में सेरोटोनिन और टेस्टोस्टेरोन हारमोंस का बहाव होता है, जिससे दिमाग शांत होता है और दिमाग में नेगेटिव विचार नहीं आते हैं.
जॉब से आप नियमित तौर पर छुट्टी लें. क्योंकि बिना ब्रेक लिए लगातार काम करते रहने से भी नेगेटिविटी आती है. इसलिए अब जबभी आपको लगे की आप काम कर-करके थक गए हैं तो बैग पैक करें और निकल पड़े छुट्टी पर.
डिप्रेशन से दूर रहने के लिए संतुलित आहार लेना बहुत जरूरी है. भोजन में फल, सब्जी, मांस, फलियां, और कार्बोहाइड्रेट को जरूर शामिल करें.
हर वक्त बुरा सोचने से भी हम डिप्रेशन के शिकार होते हैं. इसलिए कोशिश करें कि आपकी सोच हमेशा पॉजिटिव रहे और जिन्दगी में हर बुरी स्थिति का सामना करने के लिए आप तैयार रहें.
कभी भी अपने आपको अकेला न रखें, क्योंकि अकेलापन डिप्रेशन का सबसे पहला लक्षण है. इसलिए खूब दोस्त बनाएं और खूब खुश रहें.
अपने रोजमर्रा की भावनाएं जरूर लिखें. आत्मनिरीक्षण और विश्लेषण करने में आपको मदद मिलती है. एक जर्नल या डायरी रखें जिसमें रोजाना लिखें कि आप जीवन के बारे में क्या महसूस करते हैं? इससे आपको खुद को समझने में आसानी होगी और आप डिप्रेशन से दूर रहेंगे.
ऐसे लोगों के आप-पास रहने से बचें, जिनके पास रहने से आपको नेगिटिव फीलिंग आती हो. ऐसे लोगों का आस-पास रहना भी आपको डिप्रेशन का शिकार बना सकता है.
हम कल की फिक्र में अपना आज बर्बाद कर देते हैं. इसलिए कोशिश करें कि आज में जिएं. अपनी पुरानी भूलों और गलतियों का शिकवा करने और अनिश्चित भविष्य के बारे में चिंता करने का कोई मतलब नहीं है. बेवजह दुखी न हों और अपने आज पर फोकस करें.
एक अच्छी और पूरी रात की नींद आपके अंदर पॉजिटिविटी लाती है. रिसर्च में भी यह बात साबित हो चुकी है कि रोज 7 से 8 घंटे की नींद लेने से आप डिप्रेशन से दूर रह सकते हैं.
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