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पॉलीसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम (PCOS) से पीड़ित महिलाओं के पैदा होने वाले बच्चों में ऑटिज्म विकसित होने की अधिक आशंका रहती है. एक नए अध्ययन के अनुसार, पीसीओएस उच्च टेस्टोस्टेरोन की वजह से होने वाला एक विकार है, जिसके परिणामस्वरूप समय से पहले युवावस्था, अनियमित माहवारी और शरीर पर अतिरिक्त बाल होने लगते हैं.
ब्रिटेन की यूनिवर्सिटी ऑफ कैंब्रिज से एड्रियाना चेरस्कोव ने बताया, "यह निष्कर्ष उस सिद्धांत को और मजबूत करता है, जिसमें बताया गया है कि ऑटिज्म न केवल जीनों के कारण होता है, बल्कि इसका टेस्टोस्टेरोन जैसे जन्मपूर्व सेक्स हार्मोन भी कारण हो सकते हैं."
ये अध्ययन Translational Psychiatry जर्नल में प्रकाशित किया गया है. इस स्टडी के लिए 8,588 ऐसी महिलाओं के डेटा एकत्र किए गए, जो पीसीओएस से पीड़ित थीं. जिसकी तुलना 41,127 महिलाओं के डेटा से की गई, जो पीसीओएस से पीड़ित नहीं थीं. इस अध्ययन में पाया गया कि PCOS पीड़ित महिलाओं के ऑटिस्टिक संतान होने की संभावना 2.3 फीसदी ज्यादा थी.
भारत में हर 5 में से 1 महिला पीसीओएस से प्रभावित होती है. हार्ट केयर फाउंडेशन इंडिया (HCFI) के अध्यक्ष डॉ. के. के. अग्रवाल ने बताया, "लड़कियों और महिलाओं के बीच पॉलीसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम (पीसीओएस) एक सार्वजनिक स्वास्थ्य समस्या है, जिसके लिए सावधानी और सही इलाज की जरूरत होती है. सावधानी न बरतने पर पीसीओएस से पीड़ित महिलाओं को हाई बीपी, हाई कोलेस्ट्रॉल, चिंता और अवसाद, स्लीप एप्निया, दिल का दौरा, डायबिटीज और एंडोमेट्रियल, डिम्बग्रंथि व स्तन कैंसर जैसी बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है.
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Published: 07 Aug 2018,03:17 PM IST