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अहमदाबाद (Ahmedabad): मानवता का दिल छू लेने वाला प्रदर्शन करते हुए शाहपुर निवासी सलीम अब्दुल शेख को 20 जून को रथ यात्रा जुलूस के दौरान भाईचारे के अपने कार्य के लिए शहर पुलिस से प्रशंसा मिली.
दुखद बात यह रही कि रथयात्रा के दिन ही शेख की पत्नी का बीमारी के कारण निधन हो गया. जुलूस मार्ग के किनारे स्थित उनके निवास ने एक अनोखी चुनौती पेश किया. शव को अस्पताल से उनके घर और फिर कब्रिस्तान तक ले जाना जरूरी था.
रथयात्रा की जोरदार तैयारियों के बीच पुलिस ने शव के परिवहन की सुविधा के लिए कदम आगे बढ़ाया. संबंधित अधिकारियों ने शेख से संपर्क किया और दफन व्यवस्था के बारे में जानकारी मांगी.
शेख ने स्थिति को समझाते हुए कहा कि चूंकि यह रथयात्रा का दिन था, इसलिए दफन जुलूस आगे बढ़ने से पहले जुलूस उनके घर के सामने से गुजरेगा.
समझदारी का परिचय देते हुए शेख ने अपनी पत्नी के शव को रथयात्रा जुलूस गुजरने तक घर पर ही रखने का फैसला किया. यह अवधि लगभग पांच घंटे की थी.
भाईचारे के उनके कार्य की मान्यता में पुलिस ने मानवता के प्रति उनकी प्रतिबद्धता के लिए उन्हें सम्मानित किया.
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