advertisement
पूरी दुनिया में कोरोना का हाहाकार है. मंदी है. बेरोजगारी है. कंपनियां बंद पड़ी हैं. इसी बीच पैसों की बारिश के लिए मशहूर IPL हो रहा है. तो IPL 2020 पर मंदी और लॉकडाउन का कितना असर पड़ा है. ऊपर से देखने पर लगता है कि चीन से तनाव के बीच VIVO के चले जाने पर लीग को बहुत घाटा हुआ है लेकिन क्या वाकई ऐसा है?
आईपीएल 13वें सीजन के टाइटल स्पॉन्सर रहे VIVO को चीन से विवाद के कारण BCCI ने हटा दिया. वीवो ने 439.8 करोड़ रुपये प्रतिवर्ष के हिसाब से स्पॉन्सरशिप हासिल की थी, जबकि Dream11 ने 222 करोड़ रुपये की बोली लगाते हुए यह स्पॉन्सरशिप हासिल की है. ऐसे में कयास लगाये जा रहे थे कि इस बार महामारी के कारण आईपीएल को भी नुकसान देखने को मिलेगा, लेकिन ऐसा नहीं है.
वीवो के हटने से जो नुकसान हुआ उसका सीधा असर बीसीसीआई पर नहीं पड़ेगा. सेंट्रल रेवेन्यू पूल के तहत कमाई को हर IPL टीम के साथ शेयर किया जाता है. जिसका मतलब है हर टीम के रेवेन्यू में 13-14 करोड़ रुपये की कमी, लेकिन एक्सपर्ट्स का मानना है कि टीमों से नये ब्रांड्स जुड़ रहे हैं जिससे यह नुकसान न के बराबर रह जाएगा.
हाल ही में वोडाफोन और आइडिया का नया लोगो VI जारी हुआ है. अब यह लोगो आपको आईपीएल के दौरान भी देखने को मिलेगा, क्योंकि इस कंपनी द्वारा Dream11_IPL_2020 का को-स्पॉन्सरशिप राइट्स हासिल कर लिया गया है.
मनी कंट्रोल ने एक्सपर्ट्स के हवाले से लिखा है-
आईपीएल में “umpire’s partner” टाइटल राइट्स Paytm के पास है. वहीं MakeMyTrip, Myntra, boat, Paytm Inside, Fancode और MPL जैसे स्टार्टअप्स इस लीग से जुड़े हुए हैं. महज कुछ वर्ष पुराना स्टार्टअप MPL इस लीग से जुड़ने वाली यंगेस्ट कंपनी है, इसने दो प्रमुख टीम KKR और RCB से पार्टनरशिप की है.
मार्केट एक्सपर्ट्स का मानना है कि इस बार कई स्टार्टअप्स के विज्ञापन आईपीएल के दौरान देखने को मिल सकते हैं. न्यूज चैनल TV9 भारतवर्ष ने राजस्थान रॉयल्स तो कोलगेट ने किग्स 11 पंजाब, JSW ने दिल्ली कैपिटल्स और LupinLife's ने चेन्नई सुपर किग्स के साथ जुड़ने का फैसला किया है.
एक बड़े मीडिया प्लानर के अनुसार इस बार आईपीएल में विज्ञापनों की बढ़ी हुई दरें देखने को मिलेंगी. उनका मानना है कि इस बार स्टार इंडिया विज्ञापन के लिए पिछले वर्ष की तुलना में 15-25% ज्यादा चार्ज करेगी. वहीं 2019 आईपीएल सीजन में OTT प्लेटफार्म Hotstar ने एड्वरटाइजमेंट रेवेन्यू से 250 करोड़ रुपये की कमाई की थी, लेकिन इस बार Disney+Hotstar का विज्ञापन से आने वाले रेवेन्यू का अनुमान 300 करोड़ के मार्क को छूने का है.
लाइव स्ट्रीमिंग प्लेफार्म डिज्नी-हॉटस्टार के अनुसार पिछले वर्ष इनके पास 10 स्पॉन्सर थे, लेकिन इस बार अभी तक 13 स्पॉन्सर जुड़ चुके हैं. कई ई-कॉमर्स कंपनी और फूड डिलेवरी कंपनी जुड़ रही हैं. प्रसारणकर्ता इस बार विज्ञापन में किसी तरह की छूट देने के मूड में नहीं हैं, पिछली बार एड रेट 10-12 लाख रुपए प्रति सेकेंड्स के स्लॉट के हिसाब से थे.
दस वर्ष (2008-17) की ब्रॉडकास्टिंग राइट्स के लिए सोनी ने चुकाये थे 8200 करोड़ रुपये जबकि महज पांच वर्ष (2018-22) के प्रसारण के लिये स्टार इंडिया ने लगाई थी 16,347 करोड़ रुपये की बोली.
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)