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आईपीएल 2023 (IPL 2023) के क्वालिफायर 2 में मुंबई इंडियंस (MI) को 62 रनों से हराने के बाद गुजरात टाइटंस (Gujarat Titans) आज, रविवार, 28 मई को फाइनल में चेन्नई सुपर किंग्स (Chennai Super Kings) के साथ मुकाबला करेगी. शाम 7.30 बजे से यह मैच गुजरात टाइटंस के होम ग्राउंड अहमदाबाद में खेला जाएगा.
जहां दोनों टीमों की अपनी-अपनी कई खूबियां हैं तो वहीं दोनों टीमों की कई कमजोरियां भी हैं. आइए इस पर नजर डालते हैं.
टीम की खूबियां
धोनी की कप्तानी सीएसके के लिए वरदान है. स्थिति के हिसाब से खिलाड़ियों का इस्तेमाल धोनी की काबिलियत है. यही बात सीएसके को सफलता दिला सकती है.
चेन्नई सुपर किंग्स की सबसे बड़ी मजबूती डेवोन कॉनवे और रुतुराज गायकवाड़ की जोड़ी है. शुरुआत में इन्हें उतारकर टीम तेजी से रन बटोरती है. इन दोनों का ओवरऑल प्रदर्शन शानदार रहा है. कॉनवे ने छह अर्धशतक लगाए हैं जबकि गायकवाड़ ने चार अर्द्धशतक लगाए हैं.
सीएसके के पास एक और मजबूत फैक्टर है इसकी बल्लेबाजी का टॉप ऑर्डर. अनुभवी अजिंक्य रहाणे और युवा खिलाड़ी शिवम दुबे के साथ टीम काफी संतुलित नजर आ रही है.
रवींद्र जडेजा का फॉर्म इस सीजन में सीएसके के लिए बढ़िया रहा है. शानदार बॉलिंग के अलावा एक ऑलराउंडर के रूप में भी उन्होंने शानदार प्रदर्शन किया है. अब तक, उन्होंने 19 विकेट झटके हैं और 137.80 की स्ट्राइक रेट से 175 रन बनाए हैं.
सीएसके के पास धारधार गेंदबाजी का भी अच्छा कॉम्बिनेशन है. दीपक चाहर और तुषार देशपांडे अच्छे गेंदबाज हैं. अब तक हुए 9 मैचों में चाहर ने 12 विकेट झटके हैं तो वहीं देशपांडे ने 21 विकेट लिए हैं. वहीं सीएसके के युवा खिलाड़ी मथीशा पथिराना की गेंदबाजी भी टीम के काम आएगी, मथीशा ने 11 मैचों में 17 विकेट लिए हैं.
सीएसके की खामियां
चेन्नई का मिडिल ऑर्डर थोड़ा गड़बड़ है. वैसे तो जडेजा और धोनी अच्छा खेल रहे हैं लेकिन मिडिल ऑर्डर में अंबाती रायडू और मोईन अली जैसे खिलड़ियों को अच्छा प्रदर्शन करने की जरूरत है. कुछ मैचों में उन्होंने अच्छा प्रदर्शन किया है लेकिन वे कोई बड़ा प्रभाव नहीं छोड़ पाए.
तुषार देशपांडे अच्छे गेंदबाज हैं लेकिन वे कई अच्छे मौकों पर चूक जाते हैं. उन्होंने 15 मैचों में 24.19 की औसत से 317 रन लुटाए हैं.
सीजन की शुरुआत से ही सीएसके को काफी आलोचनाओं का सामना करना पड़ा क्योंकि उनके गेंदबाजों ने नो-बॉल और वाइड बॉल में बहुत रन दिए. चार बार की चैंपियन टीम को फाइनल में गुजरात से सामना करते हुए इन चीजों से बचना होगा.
टीम की खूबियां
जीटी के पास युवा खिलाड़ी शुभमन गिल के होने का बड़ा फायदा है. इस सीजन में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले गिल अपनी टीम को जीत दिलाने में एक बार फिर मदद कर सकते हैं.
टीम में डेविड मिलर, राहुल तेवतिया, विजय शंकर जैसे खिलाड़ी के साथ टीम का मिडिल ऑर्डर बढ़िया. वैसे तो मिलर और तेवतिया को इस सीजन में ज्यादा मौके नहीं मिले लेकिन विजय ने शानदार पारी खेली है. तीन अर्ध शतक के साथ विजय 13 मैचों में 301 रन बना चुके हैं.
अफगानिस्तानी फिरकी गेंदबाज राशिद खान ने फिर साबित किया है वो टीम के लिए तुरुप के इक्के हैं. वे इस सीजन में सबसे ज्यादा विकेट लेने वालों की लिस्ट में दूसरे नंबर पर हैं. यही नहीं खान बल्लेबाजी में भी पीछे नहीं है उन्होंने मुंबई के खिलाफ 32 गेंदों में 79 रन की पारी खेली थी.
गुजरात की टीम काफी बैलेंस्ड है, यह अपनी धारधार गेंदबाजी के लिए भी फायदे में रहेगी. तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी और मोहित शर्मा टीम के लिए काम के खिलाड़ी है. शमी इस सीजन में 28 विकेट लेकर छा गए हैं.
जीटी की कमजोरी
इस सीजन में जीटी के लिए सबसे बड़ी निराशा उनके कप्तान हार्दिक पांड्या का औसत प्रदर्शन रहा. पांड्या बल्लेबाजी और गेंदबाजी दोनों में ही अपनी छाप छोड़ने में नाकाम रहे हैं. उन्होंने 15 मैचों में 325 रन बनाए और केवल तीन विकेट लिए हैं.
रिद्धिमान साहा का प्रदर्शन गिरता हुआ दिख रहा है, ओपनिंग बल्लेबाजी में 127 के स्ट्राइक-रेट और 16 पारियों में केवल एक अर्धशतक के स्कोर के बावजूद टीम प्रबंधन ने उन्हें रिप्लेस करने के बारे में कभी नहीं सोचा.
गुजरात के पास अच्छे बल्लेबाज हैं लेकिन फिर भी शुभमन गिल पर टीम की निर्भरता ज्यादा दिखाई देती है. गुजरात के हर बल्लेबाज को सीएसके के खिलाफ अच्छे प्रदर्शन की जरूरत है.
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