advertisement
आईपीएल 21 (IPL 21) के फाइनल मुकाबले से पहले चेन्नई सुपर किंग और कोलकाता नाइट राइडर्स (CSK vs KKR) एक दूसरे को हराने के उपाय तलाशने में लगे हैं.
बात करें फाइनल में पहुंचकर जीतने के रिकॉर्ड की तो कोलकाता का पलड़ा भारी है. कोलकाता अब तक दो बार फाइनल में पहुंची है और दोनों ही बार जीती है, जबकि चेन्नई सुपर किंग्स इससे पहले 8 बार फाइनल में पहुंच चुकी है जिसमें तीन मुकाबलों में ही उसे जीत मिली है.
हम बात कर रहे हैं पूर्व बल्लेबाज और वर्तमान में केकेआर के कोच ब्रेंडन मैक्कलम की. मैक्कलम अपने आईपीएल करियर में ज्यादातर सीजन कोलकाता के लिए ही खेले हैं लेकिन 2014 और 15 में वो महेंद्र सिंह धोनी की कप्तानी में चेन्नई में लिए खेल चुके हैं.
अब मैक्कलम अपनी टीम केकेआर को ट्रॉफी दिलाने में मैदान के बाहर से हर संभव प्रयास करेंगे. इसमें धोनी के साथ उनका खेलने का अनुभव काम आ सकता है.
कोलकाता ने जो दो बार आईपीएल खिताब जीते हैं उसमें से एक चेन्नई के ही खिलाफ 2012 में आया था. उस मैच में चेन्नई सुपर किंग्स ने पहले बल्लेबाजी करते हुए कोलकाता को जीत के लिए 191 रनों का लक्ष्य दिया था जिसे कोलकाता ने 2 गेंद रहते हासिल कर लिया.
कोलकाता आईपीएल के फाइनल में भी ऐसे ही प्रदर्शन को दोहराने की उम्मीद में होगी. चेन्नई और कोलकाता अब तक एक दूसरे से 25 बार भिड़े हैं जिसमें चेन्नई ने 16 जबकि कोलकाता ने 8 जीत दर्ज की है.
हालांकि अबु धाबी में हुए पिछले मुकाबले में चेन्नई सुपर किंग्स ने कोलकाता को 2 विकेट से हराया था.
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)