Home Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019Khullam khulla  Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019त्योहारों पर भारत बन जाता है संस्कारी, पॉर्न नहीं देखते लोग

त्योहारों पर भारत बन जाता है संस्कारी, पॉर्न नहीं देखते लोग

भारत में त्योहारों के दौरान अश्लील साइटों पर जाने वाले लोगों की संख्या में काफी कमी आ जाती है.

क्विंट हिंदी
खुल्लम खुल्ला
Updated:
त्योहारों के दौरान अश्लील साइट नहीं देखते लोग
i
त्योहारों के दौरान अश्लील साइट नहीं देखते लोग
(फोटो: iStock)

advertisement

होली, दिवाली जैसे त्योहारों पर भारत के लोग काफी संस्कारी हो जाते हैं. इन त्योहारों की छुट्टी पर लोग भगवान की भक्ति में लीन रहते हैं. एक किताब की मानें, तो लोग इन दिनों पॉर्न साइट से बिल्कुल दूर रहते हैं. यानी कि भारत के लोग संस्कारी हो जाते हैं.

रवि अग्रवाल की किताब 'इंडिया कनेक्टेड' के मुताबिक, भारत में त्योहारों के दौरान अश्लील साइटों पर जाने वाले लोगों की संख्या में काफी कमी आ जाती है.

किताब के एक चैप्टर में लेखक ने पॉर्नहब 2016 की रिपोर्ट का हवाला देते हुए बताया है कि भारतीय, धार्मिक छुट्टियों पर अश्लील वेबसाइटों को देखना बंद कर रहे हैं. रिपोर्ट के मुताबिक, हिंदू त्योहार जैसे- होली, दिवाली की छुट्टी के दौरान भारत में इन अश्लील साइटों के ट्रैफिक में 17 फीसदी की कमी आ जाती है. जबकि रमजान के दिनों के दौरान 15 फीसदी ट्रैफिक गिर जाता है.

रिपोर्ट्स के मुताबिक, पॉर्न साइट पर शनिवार को काफी ट्रैफिक होता है, जबकि रविवार को कम हो जाता है. स्वतंत्रता दिवस और गणतंत्र दिवस पर ज्यादा ट्रैफिक होता है.

बता दें, उत्तराखंड हाईकोर्ट के 28 सितंबर के आदेश के बाद, कई टेलीकॉम कंपनियों ने भारत में पॉर्न साइट बैन कर दी थी. इसमें कई नामी साइट्स भी हैं. हाईकोर्ट ने चेतावनी दी थी कि अगर टेलीकॉम ऑपरेटरों ने पॉर्न साइट को बैन नहीं किया, तो उनके लाइसेंस रद्द किए जा सकते हैं. इसके बाद ही DoT ने सभी इंटरनेट सर्विस कंपनियों को आदेश दिया कि वो इन्हें ब्लॉक करें.

पॉर्न बनाने पर बैन, लेकिन देखने पर नहीं

भारत में इसे बनाने पर पाबंदी है, लेकिन प्राइवेट तौर पर देखने पर कोई रोक नहीं है. हालांकि आईटी एक्ट के मुताबिक, साइबर कैफे में पॉर्न देखने की सख्त मनाही है. लेकिन बच्चों से जुड़ी (चाइल्ड पॉर्नोग्राफी) पॉर्न देखने, बनाने पर पूरी तरह रोक है और ये बेहद गंभीर अपराध है.

(स्त्रोत- इंडिया टाइम्स)

(हैलो दोस्तों! हमारे Telegram चैनल से जुड़े रहिए यहां)

Published: 10 Nov 2018,06:35 PM IST

Read More
ADVERTISEMENT
SCROLL FOR NEXT