Home Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019Khullam khulla  Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019Socialbaazi Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019मेवालाल के इस्तीफे पर विपक्ष- 'ये नीतीश का दोहरापन और तमाशा है'

मेवालाल के इस्तीफे पर विपक्ष- 'ये नीतीश का दोहरापन और तमाशा है'

आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने सख्त लहजे में नीतीश कुमार की आलोचना की है

क्विंट हिंदी
सोशलबाजी
Updated:
फाइल फोटो
i
फाइल फोटो
null

advertisement

भ्रष्टाचार के आरोपों से घिरे बिहार के शिक्षा मंत्री 'मेवालाल चौधरी' ने चारों तरफ हो रही आलोचना के बाद इस्तीफा दे दिया है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मिलने के बाद मेवालाल चौधरी ने ये फैसला लिया है. लेकिन अब इस इस्तीफे के बाद विपक्ष हमलावर हो गया है. इसके बाद आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने नीतीश कुमार की तरफ इशारा करते हुए कहा है कि आपने ही इन्हें मंत्री बनाया था और अब हटा लिया.

आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने बयान में कहा है-

जानबूझकर भ्रष्टाचारी को मंत्री बनाया, थू-थू के बावजूद पदभार ग्रहण कराया, घंटे बाद इस्तीफे का नाटक रचाया. असली गुनाहगार आप है. आपने मंत्री क्यों बनाया? आपका दोहरापन और नौटंकी अब चलने नहीं दी जाएगी?
तेजस्वी यादव, आरजेडी नेता

बता दें कि 'दागी' विधायक को शिक्षा मंत्री का ओहदा देने परनीतीश कुमार की किरकिरी हो रही थी. वो मेवालाल चौधरी जो करीब तीन साल पहले कथित 'भर्ती घोटाले' के बाद बीजेपी के निशाने पर थे, तब विपक्ष में बैठे सुशील कुमार मोदी मेवालाल की गिरफ्तारी की मांग कर रहे थे

आरोपों पर चौधरी ने कहा है-

आरोप तभी सिद्ध होता है जब चार्जशीट फाइल होती है या फिर कोर्ट आदेश देता. लेकिन ये दोनों ही प्रक्रिया नहीं हुई हैं जिससे मेरे खिलाफ आरोप सिद्ध हो सकें.
मेवालाल चौधरी

विपक्ष का दबाव काम कर गया: कांग्रेस

बिहार के कांग्रेस नेता प्रेम चंद्र मिश्रा का कहना है कि 'बिहार सरकार टेकऑफ होते ही ग्रोउंडेड हो गई. मेवालाल को हटाया जाना विपक्ष की कोशिशों की जीत है. नीतीश कुमार ने बिना सोचे समझे इनको कैबिनेट में शामिल किया था'

ADVERTISEMENT
ADVERTISEMENT

भर्ती घोटाले से लेकर पत्नी की मौत के मामले में लग रहे आरोप

पिछड़ा वर्ग के कोईरी जाति से आने वाले मेवालाला तारापुर सीट से विधायक हैं. एमएससी हैं औ पीएचडी भी किया है. सबसे ज्यादा संपत्ति रखने वाले मंत्रियों में भी मेवा लाल चौधरी टॉप पर हैं, जिनके पास 12.31 करोड़ रुपये की संपत्ति है. साल 2012 में 161 सहायक प्रोफेसर-सह-जूनियर वैज्ञानिकों की नियुक्ति में कथित अनियमितताओं को लेकर सुर्खियों में आए थे, जब वो भागलपुर जिले में बिहार कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति थे, तब ये कथित घोटाला सामने आया था.

(हैलो दोस्तों! हमारे Telegram चैनल से जुड़े रहिए यहां)

Published: 19 Nov 2020,04:37 PM IST

Read More
ADVERTISEMENT
SCROLL FOR NEXT