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सोशल मीडिया और वायरल का वही रिश्ता ही जो उन दोस्तों का होता है जो गहरे दोस्त हैं लेकिन कभी-कभी मिलते हैं. जब भी मिलते हैं तो धूम मचा देते हैं. ऐसे ही सोशल मीडिया पर आए दिन कुछ न कुछ वायरल हो जाता है. जैसा कि अभी जेसीबी #JCBkiKhudayi की खुदाई वायरल है.
जैसे एक जमाने में क्या चल रहा है का जवाब फॉग चल रहा है हो गया था. तो कभी बॉबी देओल का डीजे बनना और आएगा तो मोदी ही ट्रेंड हुआ था. वैसे ही अभी ताजा-ताजा जेसीबी की खुदाई ट्रेंड में हैं.
ट्रेंड बनाने वालों ने कतई हद कर दी है. ट्विटर पर मीम की बाढ़ आ गई है. घण्टों से जेसीबी की खुदाई टॉप ट्रेंड बना हुआ है. फेसबुक पर इवेंट बना है कि 2 जून को गुड़गांव में जेसीबी की खुदाई होगी देखने जरूर आए और अभी तक हजार से ऊपर लोग जाने को इच्छुक दिख रहे हैं.
एक पल के लिए आप कहेंगे कि 'कुछ भी' लेकिन ये सब सच है. आप चाहे तो ट्विटर चेक कर लें.
ये इसलिए ट्रेंड कर रहा है क्योंकि खलीहरपना सोशल मीडिया पर ही नहीं है. आम जीवन का भी हिस्सा है. अपने देश के कई इलाकों में ऐसा पाया जाता है की जब किसी गड्ढे, मैदान, सड़क या पार्क की खुदाई जेसीबी नाम के मशीन से होती है तो उस खुदाई की परम पवित्र प्रक्रिया को देखने के लिए सज्जनों की भारी भीड़ उमड़ पड़ती है.
भीड़ शायद इस उम्मीद में वहां जमा होती है कि जमीन से जेसीबी कुछ दैवीय शक्ति वाला चमचमाता सामान निकालेगा. या फिर उस गड्ढे में से खजाना निकलेगा या फिर ये भी हो सकता है कि जेसीबी की गड़गड़ाहट वाली आवाज से भीड़ में आए परमात्माओं के कानों को सुखद एहसास होता हो.
वजह क्या है इसपर अभी शोध जारी है बाद में अपडेट किया जाएगा.
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