आइला! जन्मदिन पर मेरा जियो कोड ही चोरी हो गया

घंटों लाइन में खड़े रहने से पहले जान लीजिए- कहीं मेरी तरह आपके फोन में आया कोड चोरी तो नहीं हो गया

तेजस अल्हाट
सोशलबाजी
Updated:
(फोटो: क्विंट हिंदी)
i
(फोटो: क्विंट हिंदी)
null

advertisement

मैं क्विंट में आज के जमाने का बोले तो डिजिटल जर्नलिस्ट हूं. दीवाली पर घर जाने की तैयारियों में जुटा था, फैमिली के लिए गिफ्ट्स ले रहा था कि इसी बीच हमारे ऑफिस में रिलायंस के कुछ कर्मचारी प्रकट हुए. और उनके बैग में थे जियो के ब्लू सिम!

(ब्लू सिम और ऑरेंज सिम में क्या झोल है इस लिंक पर क्लिक कर पढ़ें)

फिर क्या था, मैं अपने दोस्तों और सीनियर्स के साथ निकल पड़ा, उस कमरे की ओर जहां जियो का फ्री सिम और फ्री इंटरनेट हमारा इंतजार कर रहा था.

(फोटो: द क्विंट)

मुंबई का रहने वाला हूं, इसलिए आधार कार्ड वहीं का है, लेकिन जुगाड़ तो मैंने भी सीखा है. अपने दोस्त से कहा - यार तुम्हारे आधार कार्ड पर सिम ले लें क्या? उसने फौरन हां कर दी. फिर क्या था आधार भी मिल गया और फोन पर जियो बंडल फटाफट डाउनलोड होने लगा. तब तक मेरे साथ गए एक दो लोगों को सिम मिल चुका था और 2 घंटे में एक्टिवेट भी होने वाला था.

मैं टेंशन में तो था ही नहीं, जब उनको मिल गया तो मुझे क्यों नहीं मिलेगा?

जियो एप्प बंडल डाउनलोड

थोड़ा वक्त लगा और जियो का बंडल डाउनलोड हो गया. लेकिन ये कमबख्त कोड अभी तक मेरे फोन पर फ्लैश नहीं हुआ था. मैं बार- बार एप्प को बंद कर रहा था और खोल रहा था (ऐसा मेरे बगल में बैठे मेरे सीनियर ने कहा). लेकिन उससे कुछ हुआ नहीं. तब मैंने रिलायंस वाले भैया से बोला प्लीज हेल्प.

तो उन्होंने मेरे फोन में शेयर इट ऑन कर दिया और मेरा कोड आ गया.

अब जैसे ही कुर्सी खाली हुई मैं उसपर जम गया. पहले आधार कार्ड स्कैन हुआ और फिर अंगूठे का प्रिंट मैच हुआ. फिर बारी आई फोन पर आए कोड को दिखाने की. मैंने तो एहतियातन उस कोड का स्क्रीनशॉट भी ले लिया था. लेकिन रिलायंस वाले भैया ने कहा असली वाला ही दिखा दो. तो मैंने उनको अपना फोन दिया और काफी देर तक वो स्कैन करते रहे. और फिर बोले - भाई आपका तो कोड ही चोरी हो गया!

कोड चोरी हो गया मतलब!!!

पहले मैं चौंका, फिर मेरे आसपास वाले, फिर उनके आसपास वाले और सबने एक के बाद एक सिर्फ एक सवाल पूछा पर कैसे?

उदास होकर ये सोचने लगा कि अब ये सिम पैकेट वापस लौटाना पड़ेगा. (फोटो: क्विंट हिंदी)

मेरी तो समझ में नहीं आया कि फोन मेरा, कोड मेरा, तो चोरी कैसे हो सकता है?

रिलायंस वाले भैया से पूछा तो उन्होंने बताया कि दरअसल लोग तुक्का मारते हैं और शुरुआत और बाद के नंबर बदल कर कोड डालते हैं. तुक्का लग गया तो सिम मिल गया नहीं लगा तो लगे रहते हैं दिन- रात

उन्होंने ने ये भी बताया कि पहले रिलायंस ने 6 डिजिट का कोड निकाला था, लेकिन वो चोरी होने लगा, तो फिर 11 डिजिट का कोड लाया गया वो भी चोरी होने लगा. अब 16 डिजिट के कोड आते हैं और सुनने में आया है कि मेरा वाला कोड चोरी होना पहले 10-20 मामलों में है.

आइला...मेरा कोड चोरी हो गया!

दरअसल जियो सिम पर फ्री ऑफर की वजह मार्केट में मारा- मारी मची है. इसलिए लोग ज्यादा से ज्यादा सिम लेने के लिए कोड चोरी कर रहे हैं. आपका कोड चुराया और अपनी आईडी से सिम ले लिया. और हैरानी की बात है कि वो अंदाजा लगाकर सीरियल नंबर डालते हैं और उनका अंदाजा सही भी हो जाता है.

कितना टाइम है लोगों के पास! लेकिन मेरे पास नहीं था. दीवाली पर घर जाना था, 5 बजे की फ्लाइट थी तो फटाफट दोस्त के फोन पर नया कोड निकाला और सिम लेकर वापस अपनी डेस्क पर आ गया.

(हैलो दोस्तों! हमारे Telegram चैनल से जुड़े रहिए यहां)

Published: 21 Oct 2016,09:05 PM IST

Read More
ADVERTISEMENT
SCROLL FOR NEXT