Home Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019Khullam khulla  Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019Socialbaazi Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019न्यूटन का काम,मंत्री जी ने किया आइंस्टीन के नाम,ट्विटर बोला-हे राम

न्यूटन का काम,मंत्री जी ने किया आइंस्टीन के नाम,ट्विटर बोला-हे राम

ग्रैविटी को आइंस्टीन की खोज बताकर बुरे फंसे पीयूष गोयल, सोशल मीडिया पर आ रही प्रतिक्रियाएं

क्विंट हिंदी
सोशलबाजी
Updated:
रेल मंत्री पीयूष गोयल के बयान पर सोशल मीडिया पर आईं मजेदार प्रतिक्रियाएं
i
रेल मंत्री पीयूष गोयल के बयान पर सोशल मीडिया पर आईं मजेदार प्रतिक्रियाएं
(फोटोः Altered By Quint Hindi)

advertisement

रेल मंत्री पीयूष गोयल के एक बयान को लेकर सोशल मीडिया पर जमकर कमेंट्स आ रहे हैं. गोयल ने कहा कि अगर आइंस्टीन ने आंकड़ों और गणित की चिंता की होती तो वो कभी भी ग्रैविटी (गुरुत्वाकर्षण) के नियम की खोज नहीं कर पाते. बस फिर क्या था लगे लोग मंत्री जी पर सवाल उठाने. पीयूष गोयल ने सफाई भी दे दी है कि उनके बयान को बिन संदर्भ के कोट किया जा रहा है, लेकिन सोशल मीडिया पर मीम्स और जोक्स का सैलाब थम नहीं रहा है.

पीयूष गोयल ने क्या कहा था?

ऑटो सेक्टर में मंदी के पीछे वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के ‘ओला-उबर’ लॉजिक से बीजेपी अभी उबर भी नहीं पाई थी कि केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल के बयान पर बवाल मच गया. वो गुरुवार को एक कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे. इस दौरान देश की अर्थव्यवस्था को लेकर एक सवाल के जवाब में गोयल ने कह दिया-

अर्थव्यवस्था को लेकर बड़े आंकड़ों को देखने की आवश्यकता नहीं होती है. अगर आइंस्टीन ने आंकड़ों और गणित की चिंता की होती तो वो कभी भी ग्रैविटी (गुरुत्वाकर्षण) के नियम की खोज नहीं कर पाते.

सोशल मीडिया ने लिए मजे

गुरुत्वाकर्षण यानी ग्रैविटी की खोज न्यूटन (1642-1727) ने की थी. वहीं, आइंस्टीन (1879-1955) ने थ्योरी ऑफ रिलेटिविटी की खोज की थी. गुरुत्वाकर्षण के नियम को आइंस्टीन से जोड़ने पर रेल मंत्री पीयूष गोयल ट्विटर यूजर्स के निशाने पर आ गए.

‘क्या BJP ने न्यूटन का नाम बदलकर आइंस्टीन कर दिया है?’

ट्विटर यूजर अशोक स्वेन ने लिखा, मोदी के रेलवे मंत्री का कहना है कि गणित ने कभी भी आइंस्टीन की ग्रैविटी की खोज करने में मदद नहीं की. - क्या बीजेपी ने न्यूटन का नाम बदलकर आइंस्टीन कर दिया है?

‘सिर पर सेब गिरने का इंतजार न करे सरकार’

सीपीआईएम नेता सीताराम येचुरी ने कहा, ‘इससे पहले कि सरकार को अर्थव्यवस्था के गणित का अहसास हो, सरकार को अपने सिर पर सेब गिरने का इंतजार नहीं करना चाहिए. हमें यह बताने के लिए आइंस्टीन (न्यूटन से माफी) की भी जरूरत नहीं है. दूर के सपनों पर ध्यान देने के बजाय, अगर मंत्री वास्तविकता पर ध्यान देंगे तो अच्छा होगा.’

सुमंत रमन नाम के ट्विटर यूजर ने लिखा, ‘ऑपइंडिया, स्वराज्य जैसी वेबसाइट्स के आर्टिकल का इंतजार है. जिसमें यह बताया जाएगा कि वास्तव में ग्रेविट की खोज न्यूटन ने नहीं, आइंस्टीन ने की थी. और किस तरह से पीयूष गोयल को उनके बयान के लिए ट्रोल करना वास्तव में लिबरल्स और टुकड़े-टुकड़े गैंग की साजिश का हिस्सा है.’

‘न्यूटन कॉपीराइट का केस ना कर दें’

सामाजिक कार्यकर्ता और छात्र नेता शेहला राशिद ने अपने ट्वीट में पीयूष गोयल के बयान पर चुटकी लेते हुए लिखा, ‘स्थिति की गंभीरता को देखते हुए, सर न्यूटन ने कॉपीराइट उल्लंघन का मामला दर्ज करने का फैसला किया है.’

‘कहीं न्यूटन ने चुरा तो नहीं लिया था आइंस्टीन का आइडिया’

ट्विटर यूजर अंकुर भारद्वाज ने लिखा, ‘आइंस्टीन ने गुरुत्वाकर्षण की खोज की (वह भी मैथ्स के बिना) और न्यूटन ने उन्हें ऐसा करते देखा और उनका आइडिया चुरा लिया.’

ADVERTISEMENT
ADVERTISEMENT

‘अगर आइंस्टीन ने ग्रैविटी की खोज की, तो न्यूटन ने क्या किया?’

ट्विटर यूजर अपर्णा ने लिखा, ‘अगर आइंस्टीन ने ग्रैविटी की खोज की, तो फिर न्यूटन ने क्या किया?’

ट्विटर यूजर @fayedsouza ने लिखा, ‘मैथ्स ने कभी आइंस्टीन की गुरुत्वाकर्षण की खोज में मदद नहीं की. यह सच है क्योंकि न्यूटन ने गुरुत्वाकर्षण के नियम की खोज की थी.’

‘मनमोहन सिंह ने ठीक ही कहा था’

पीयूष गोयल के बयान पर पत्रकार राणा अयूब ने लिखा, ‘मनमोहन सिंह सही थे, जब उन्होंने कहा था कि इतिहास उन्हें अच्छे अर्थों में याद रखेगा.’

‘अरे भैया मैथ्स पर जुल्म मत करो’

‘क्योंकि न्यूटन ने आइंस्टीन के आने से दो सेंचुरी पहले ही कर ली थी खोज’

पीयूष गोयल के इस बयान पर सोशल मीडिया पर तमाम तरह की प्रतिक्रियाएं आ रही हैं. लोग गोयल की नॉलेज का मजाक बना रहे हैं. कई लोगों का तो ये भी कहना है कि बीजेपी का आईक्यू लेवल ही ऐसा है कि इनके नेता अकसर इस तरह के बयान देते रहते हैं.

(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)

Published: 12 Sep 2019,05:21 PM IST

ADVERTISEMENT
SCROLL FOR NEXT