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भारत के ज्वेलरी बिजनेस में एक मशहूर ब्रांड है तनिष्क (Tanishq). इसी तनिष्क के एक वीडियो विज्ञापन पर सोशल मीडिया पर विवाद बरपा हुआ है. ट्विटर पर #BoycottTanishq और #तनिष्क_माफी_मांग जैसे हैशटैग्स ट्रेंड कर रहे हैं. हंगामा बढ़ने के बाद कंपनी ने अपने सारे प्लेटफॉर्म्स से ये विज्ञापन हटा भी लिया. लेकिन सोशल मीडिया पर फिर भी हंगामा शांत नहीं हुआ है, और एक तबका अभी भी कंपनी से माफी मांगने की की मांग पर अड़ा हुआ है.
एक घर में साड़ी पहनी हुई महिला की गोद भराई के उत्सव की तैयारी हो रही है, घर में खुशी का माहौल है. इस महिला के साथ उसकी सास दिख रही हैं जो कि सलवार दुपट्टा पहने हुए हैं. घर के माहौल से ऐसा लगता है कि ये एक मुस्लिम परिवार है. विज्ञापन के आखिर में युवती कहती है- 'ये रस्म तो आपके घर में होती भी नहीं है' तो सास जवाब देती हैं कि- 'बिटिया को खुश रखने की रस्म तो हर घर में होती है.' इसी मोड़ पर विज्ञापन खत्म हो जाता है. इसी गोद भराई की रस्म के दौरान ज्वेलरी का विज्ञापन होता है.
हमने तनिष्क के आधिकारिक ट्विटर, फेसबुक और यूट्यूब चैनल पर जाकर देखा जहां से ये वीडियो हटा लिया गया है.
कांग्रेस सांसद और पूर्व केंद्रीय मंत्री शशि थरूर ने ये विज्ञापन का वीडियो ट्वीट किया और लिखा कि-
सुप्रीम कोर्ट में वकील और कांग्रेस नेता अभिषेक मनु सिंघवी ने भी ट्विटर पर अपनी प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने लिखा-
कंगना रनौत ने इस विज्ञापन की मुखालफत करते हुए लिखा कि इस विज्ञापन के सिद्दांत रूप से कोई दिक्कत नहीं है बल्कि कई स्तरों पर गलत है. डरी हुई हिंदू लड़की माफी मांगते हुए अपनी सास का शुक्रिया अदा इस बात के लिए कर रही है कि उसके श्रद्धा का सम्मान किया गया. लड़की को इतना दबा हुआ और असहाय क्यों दिखाया गया.
बीजेपी के सोशल मीडिया विभाग के खेमचंद शर्मा जो खुद को किसान बिलों का समर्थक बताते हैं उन्होंने ट्विटर तनिष्क से सवाल करते हुए लिखा कि-
जाहिर है कि एक त्योहारी सीजन में हिंदू-मुस्लिम एकता को बढ़ावा देने के साथ एक ब्रांड को प्रचारित करता हुआ विज्ञापन विवादों में आ गया.
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