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Diwali 2021 Date: दीपावली (Deepawali) का त्योहार इस साल 04 नवंबर को मनाया जा रहा है. दिवाली के दिन शाम को शुभ मुहूर्त में मां लक्ष्मी और भगवान गणेश की पूजा की जाती है. ऐसी मान्यता है कि जो लोग दीपावली की रात जागकर लक्ष्मी पूजन करते हैं, उनके घर में मां लक्ष्मी का आगमन होता है और घर में सुख-समृद्धि बनी रहती है.
दिवाली के दिन लोग अपने घरों व ऑफिसो को गेंदे के फूल, अशोक, आम व केले के पत्तों से सजाते हैं. घर के मुख्य द्वार के दोनों ओर मांगलिक कलश को बिना छिलके वाले नारियल से ढक कर रखना शुभ माना जाता है.
दिवाली के भगवान श्रीराम चौदह वर्ष के वनवास के बाद अयोध्या के राजा के रूप में वापस आए थे. इस दिन नागरिकों ने अपने राजा की वापसी पर खुशी मनाई, और इस तरह दिवाली का पर्व मनाया जाने लगा. इस दिन मिट्टी के दीयों और मोमबत्तियों को जलाते है.
लक्ष्मी पूजा की के लिए एक उठे हुए मंच पर दाहिने हाथ की ओर एक लाल कपड़ा रखना चाहिए और उस पर देवी लक्ष्मी और भगवान गणेश की मूर्तियों को रेशमी कपड़े और आभूषणों से सजाकर स्थापित करना चाहिए.
इसके बाद नवग्रह देवताओं को स्थापित करने के लिए उठे हुए चबूतरे पर बायीं ओर सफेद कपड़ा रखना चाहिए. सफेद कपड़े पर नवग्रह स्थापित करने के लिए अक्षत (अखंड चावल) के नौ टुकड़े तैयार करना चाहिए और लाल कपड़े पर गेहूं या गेहूं के आटे के सोलह टुकड़े तैयार करना चाहिए. लक्ष्मी पूजा विधि में वर्णित पूर्ण रीति से लक्ष्मी पूजा करनी चाहिए.
दीपावली कब: 04 नवंबर 2021 के दिन मनाई जाएगी.
अमावस्या तिथि प्रारंभ: 04 नवंबर 2021 को सुबह के 06 बजकर 03 मिनट से
अमावस्या तिथि समाप्त: 05 नवंबर 2021 को सुबह के 02 बजकर 44 मिनट तक
लक्ष्मी पूजा मुहुर्त: 04 नवंबर 2021 को शाम 6:09 से 8:04 तक रहेगा.
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