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चीनी (China) फास्ट फैशन कंपनी शीन (Shein) जिस चीज के लिए मशहूर है वो है 'सस्ते दाम'. हालांकि, 2022 में इसकी वैल्यू 100 बिलियन डॉलर थी, जो जारा (ZARA) और H&M जैसे अन्य लोकप्रिय अंतरराष्ट्रीय ब्रांडों के से काफी ज्यादा थी. लेकिन 'शीन' ग्रोथ के साथ-साथ कई आरोपों जैसे- डिजाइन कॉपी करना, मानवाधिकारों का उल्लंघन और कपड़ों की घटिया क्वालिटी को लेकर घिरती रही है. ताजा विवाद पीआर जंकेट (PR junket) से जुड़ा है, जिसमें कई फैशन इंफ्लुएंसर (Fashion Influencer) शामिल हुए थे.
जंकेट को लेकर बवाल क्यों मचा है? क्या इसका कोई व्यापक व्यावसायिक संदर्भ है? क्विंट आपके इन सभी सवालों के जवाब दे रहा है.
टाइम मैगजीन के अनुसार, इस महीने की शुरुआत में इंफ्लुएंसर्स का एक ग्रुप चीन में 'शीन' के "इनोवेशन सेंटर" के दौरे पर गया और उन्होंने अपने अनुभवों के बारे में पॉजिटिव वीडियो पोस्ट किए. यह टूर कंपनी ने ही स्पॉन्सर किया था.
लेकिन क्या ऐसे टूर गलत हैं? इसका जवाब ना है. ब्रांड अक्सर नए उत्पादों को बढ़ावा देने या ऑनलाइन चर्चा में बने रहने के लिए ऐसी इवेंट करते रहते हैं.
लेकिन वीकेंड पर इंफ्लुएंसर्स को भारी प्रतिक्रयाओं का सामना करना पड़ा, जब इंफ्लुएंसर दानी कार्बोनरी (Dani Carbonari) ने एक इंस्टाग्राम पर एक रील (जिसे अब डिलीट कर दिया है) अपलोड किया जिसमें उन्होंने कहा कि वह एक "खोजी पत्रकार" (investigative journalist) के रूप में इस टूर पर निकल रही हैं और उन्होंने कपड़ा काटने वाले विभाग में काम करने वाली एक महिला का "इंटरव्यू" किया है.
रील में कंपनी की कामकाजी परिस्थितियों, केंद्र के बड़े फुटप्रिंट और नई टेक्नोलॉजी के बारे में भी बताया गया था. कार्बोनरी के टिकटॉक पर 2,97,000 से अधिक फॉलोअर्स हैं. उन्हें खुद को एक पत्रकार के रूप में गलत तरीके से पेश करने और फर्म के PR की तरह काम करने के लिए आलोचना का शिकार होना पड़ा.
जब जंकेट को सोशल मीडिया पर अधिक अटेंशन मिलना शुरू हुआ, तब कई लोगों ने श्रम दुर्व्यवहार, खराब कामकाजी परिस्थितियां आदि का आरोप लगाने वाली रिपोर्टों का हवाला देते हुए इंफ्लुएंसर्स के इस मुफ्त यात्रा पर आने के फैसले पर सवाल उठाए.
इंफ्लुएंसर मार्केटिंग एजेंसी Obviuosly की संस्थापक माए कारवॉस्की (Mae Karwowski) ने द क्विंट से कहा, "मुझे किसी और उदाहरण के बारे में नहीं पता जिसमें शीन जैसा खुला एजेंडा चलाया गया हो."
उन्होंने आगे कहा कि यह एक तरह का प्रोपेगेंडा है. "हालांकि कंपनी की आलोचना से कस्टमर्स पर कोई खास फर्क नहीं पड़ा है, खुली रूप से प्रशंसा साफ-साफ दिखी."
द न्यूयॉर्क टाइम्स के मुताबिक, शीन को एक बयान जारी करने के लिए मजबूर होना पड़ा, जिसमें कहा गया है कि वह अपने क्रिएटर के खिलाफ प्रतिक्रियाओं को देखकर "दुखी" है और ऑनलाइन आलोचना के बाद क्रिएटर कैसा प्रदर्शन कर रहे हैं, इसका पता लगाने के लिए उन्होंने "वेलनेस चेक" किया.
बयान में शीन ने कहा कि यात्रा को लेकर "ये एकतरफा प्रतिक्रिया है जिसमें हम लोगों के फीडबैक सुन रहें हैं."
हालांकि, अखबार के मुताबिक, क्रिएटर्स अपनी पोस्ट से निगेटिव कमेंट डिलीट किए हैं और ऑनलाइन ट्रोलिंग के बचाव में डिफेंसिव विडियो भी पोस्ट कर रहे हैं.
शीन जंकेट का एक बहुत ही बड़ा बिजनेस संदर्भ है. रॉयटर्स के मुताबिक, कंपनी इस साल अमेरिका (US) में IPO (Initial Public Offering) लॉन्च करने की योजना बना रही है.
हालांकि, मई में लगभग 24 अमेरिकी प्रतिनिधियों के एक समूह ने सिक्योरिटी एंड एक्सचेंज कमिशन से IPO पर तब तक रोक लगाने के लिए कहा जब तक कि कंपनी यह साबित नहीं कर देती कि वह जबरन मजदूरी नहीं करवाती है.
कंपनी पर बहुत सारे आरोप हैं. कंपनी पर अपने कर्मचारियों को बिना किसी छुट्टी के हफ्ते में 75 घंटे काम करने के लिए मजबूर करने का आरोप लगा है.
2021 में स्विस वॉचडॉग ग्रुप 'पब्लिक आई' द्वारा शीन के लिए रॉ मेटेरियल की आपूर्ति करने वाली 17 फैक्ट्रियों की जांच में पाया गया कि कर्मचारी ज्यादातर असुरक्षित कंडिशन में काम करते हैं. कई फैक्टरी में काम करने वाले कर्मचारियों ने पब्लिक आई को बताया कि वे सप्ताह में 75 घंटे तक काम करते हैं और उन्हें हर महीने केवल एक दिन की छुट्टी मिलती है.
अक्टूबर 2022 में, ब्रिटेन के चैनल 4 ने कंपनी में कामकाज के तरीकों की जांच की और पाया कि कंपनी के कम से कम दो कारखानों में कर्मचारी 18 घंटे काम करते थे और प्रति आइटम लगभग .02 सेंट कमाते थे.
इस साल अप्रैल में अमेरिकी कांग्रेस के एक पैनल ने कहा कि शीन, ऑनलाइन सुपरस्टोर टेमू और चीन के बाकी स्टोर की मेटेरियल सप्लाई के लिए जबरन मजदूरी करवाई जा रही है.
पिछले साल ही दो आर्टिस्ट ने शीन पर उनके स्टिकर डिजाइन चोरी करने का आरोप लगाया था.
ब्रांडों के लिए कंटेंट बनाने और लोकप्रिय क्रिएटर्स को लुभाने के लिए ब्रांडों की उत्सुकता का बार-बार उलटा असर देखने को मिला है. उदाहरण के लिए क्रिप्टो को बढ़ावा देने वाले इंफ्लुएंसर्स ने हजारों डॉलर कमाए लेकिन बाद में ये प्रोजेक्ट घोटाले निकले.
किम कार्दशियन ने एक क्रिप्टो टोकन के लिए स्पोंसर्ड कंटेंट शेयर किया था लेकिन उन्होंने ये नहीं बताया कि ये एक विज्ञापन था. इसके बाद उनपर 1.2 मिलियन डॉलर का जुर्माना लगा था.
फैशन और लाइफस्टाइल इंफ्लुएंसर्स ने फॉलोअर्स को ऐप के लिए साइन अप करवाकर शॉपिंग क्रेडिट के जरिए काफी पैसे कमाए. बाद में पता चला कि AI की जगह फिलिपींस के कुछ लोग ये काम कर रहे थे.
दिसंबर में नैट ने अचानक अपने इंफ्लुएंसर प्रोग्राम को बंद कर दिया और इंफ्लुएंसर्स के पैसे लेकर भाग गया.
कारवॉस्की ने कहा, "जब ब्रांड के साथ डील गड़बड़ हो जाती है तो, अक्सर इंफ्लुएंसर्स ही भंवर का केंद्र बन जाते हैं, जैसा कि शीन इमेज रिहैब ट्रिप के मामले में हुआ."
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