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Kabirdas Jayanti Kab Hai: संत कबीर दास की जयंती ज्येष्ठ पूर्णिमा के दिन मनाई जाएगी, इस साल यह दिन 22 जून के दिन पड़ा है. संत कबीर दास प्रसिद्ध समाज सुधारक, कवि व संत थे. कबीर दास जी का जन्म 1398 में हुआ था, जबकि उनका निधन 1518 में मगहर में हुआ. उनके लेखन का समाज पर बड़ा प्रभाव पड़ा है, उनके दोहों ने धर्म में फैले आडंबरों और रूढ़िवादी मानसिकता का खुलकर विरोध किया और समाज को आइना दिखाने का काम किया है.
कबीर दास ने सालों पहले जिंदगी जीने के नियम अपने दोहों के जरिए बताए, वो आज के दौर में भी उतने ही कारगर हैं जितने उस वक्त थे. आज कबीर दास की जयंती पर हम आपके लिए शुभकामना संदेश लेकर आए हैं जिन्हें शयेर कर आप अपनों को शुभकामना भेज सकते है.
सन्त कबीरदास की लगभग 647वाँ जन्म वर्षगाँठ
कबीरदास जयन्ती शनिवार, जून 22, 2024 को
पूर्णिमा तिथि प्रारम्भ - जून 21, 2024 को 07:31 ए एम बजे
पूर्णिमा तिथि समाप्त - जून 22, 2024 को 06:37 ए एम बजे
1. काल करे सो आज कर, आज करे सो अब।
पल में परलय होएगी, बहुरि करेगा कब॥
2. बुरा जो देखन मैं चला, बुरा न मिलिया कोय।
जो मन देखा आपना, मुझ से बुरा न कोय॥
3. चाह मिटी, चिंता मिटी मनवा बेपरवाह।
जिसको कुछ नहीं चाहिए वह शहनशाह॥
4. दुःख में सुमिरन सब करे, सुख में करे न कोय।
जो सुख में सुमिरन करे, तो दुःख काहे को होय॥
5. गुरु गोविंद दोउ खड़े, काके लागूं पाँय।
बलिहारी गुरु आपने, गोविंद दियो मिलाय॥
6. ऐसी वाणी बोलिए मन का आप खोये।
औरन को शीतल करे, आपहुं शीतल होए॥
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