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Mahatma Gandhi Death Anniversary: आज महात्मा गांधी की 74वीं पुण्यतिथि है. इस मौके पर पूरा देश बापू को याद कर रहा है. आज के दिन 30 जनवरी को 1948 को महात्मा गांदी की हत्या कर दी गई थी.
महात्मा गांधी आज भले ही हमारे बीच नहीं हैं, लेकिन उनके विचार आज भी हमें आगे बढ़ने और कुछ अच्छा करने की प्रेरणा देते हैं. ऐसे में बापू की पुण्यतिथि पर हम आपके लिए उनके अनमोल विचार लेकर आए है.
मृत, अनाथ, और बेघर को इससे क्या फर्क पड़ता है कि यह तबाही सर्वाधिकार या फिर स्वतंत्रता या लोकतंत्र के पवित्र नाम पर लायी जाती है?: महात्मा गाँधी
हजारों लोगों द्वारा कुछ सैकड़ों की हत्या करना बहादुरी नहीं है, ये कायरता से भी बदतर है, ये किसी भी राष्ट्रवाद और धर्म के विरुद्ध है: महात्मा गांधी
सत्य कभी ऐसे कारण को क्षति नहीं पहुंचाता जो उचित हो: महात्मा गाँधी
क्रूरता का जवाब क्रूरता से देने का अर्थ अपने नैतिक और बौद्धिक पतन को स्वीकार करना है: महात्मा गांधी
ऐसे जियो जैसे कि तुम कल मरने वाले हो। ऐसे सीखो की तुम हमेशा के लिए जीने वाले हो: महात्मा गाँधी
जब कोई युवक विवाह के लिए दहेज की शर्त रखता है तब वो न केवल अपनी शिक्षा और अपने देश को बदनाम करता है बल्कि स्त्री जाति का भी अपमान करता है: महात्मा गांधी
एक राष्ट्र की संस्कृति उसमे रहने वाले लोगों के दिलों में और आत्मा में रहती है: महात्मा गाँधी
अधभूखे राष्ट्र के पास न कोई धर्म, न कोई कला और न ही कोई संगठन हो सकता है: महात्मा गांधी
जहाँ प्रेम है वहां जीवन है: महात्मा गाँधी
सत्य बिना जन समर्थन के भी खड़ा रहता है, वह आत्मनिर्भर है: महात्मा गाँधी
विश्वास करना एक गुण है, अविश्वास दुर्बलता कि जननी है: महात्मा गाँधी
मैं सभी की समानता में विश्वास रखता हूँ, सिवाय पत्रकारों और फोटोग्राफरों के: महात्मा गाँधी
मैं मरने के लिए तैयार हूँ, पर ऐसी कोई वज़ह नहीं है जिसके लिए मैं मारने को तैयार हूँ: महात्मा गाँधी
आँख के बदले में आँख पूरे विश्व को अँधा बना देगी: महात्मा गाँधी
शांति का कोई रास्ता नहीं है, केवल शांति है: महात्मा गाँधी
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