advertisement
Mothers Day 2024: मदर्स डे इस साल 12 मई को मनाया जाएगा, वैसे तो हर दिन मां के नाम ही होता है लेकिन आज के बिजी लाइफस्टाइल में लोग अपनी मां को ज्यादा समय नहीं दे पाते हैं. ऐसे में मदर्स डे (Mother's Day) उन्हें अपनी भावनाओं को जाहिर करने का मौका देता है. मदर्स डे हर साल मई के दूसरे रविवार को मनाया जाता है.
इस मौके पर लोग सुबह उठते ही अपनी मां को बधाई देने लगते हैं. कुछ गिफ्ट्स लाते हैं तो कुछ Mother's Day का पूरा दिन मां के साथ रहकर बिताते हैं. आप भी चाहें तो इस मदर्स डे अपनी मां के साथ शॉपिंग, डिनर या लंच डेट, फिल्म देखने, बाहर घूमने जा सकते हैं.
मदर्स डे को लेकर कई तरह की कहानियां है, कुछ का मानना है कि मदर्स डे की शुरुआत अमेरिका से हुई थी. वर्जिनिया में एना जार्विस नाम की महिला ने मदर्स डे की शुरुआत की. कहा जाता है कि एना अपनी मां से बहुत प्यार करती थीं और उनसे बहुत प्रेरित थीं. उन्होंने कभी शादी नहीं की. मां के निधन के बाद उन्होंने उनके प्रति सम्मान दिखाने के लिए इस खास दिन की शुरुआत की. यूरोप और ब्रिटेन में मदरिंग संडे भी मनाया जाता है.
Mother’s Day से जुड़ी एक और कहानी है, जिसके अनुसार, मदर्स डे की शुरुआत ग्रीस से हुई थी. ग्रीस के लोग अपनी मां का बहुत सम्मान करते हैं, इसलिए वो इस दिन उनकी पूजा करते थे. मान्यताओं के अनुसार स्यबेसे ग्रीक देवताओं की माता थीं और मदर्स डे पर लोग उनकी पूजा करते थे.
9 मई 1914 को अमेरिकी प्रेसिडेंट वुड्रो विल्सन ने एक कानून पास किया था. इस कानून में लिखा था कि मई के दूसरे रविवार को मदर्स डे मनाया जाएगा. इसी के बाद से भारत समेत कई देशों में ये खास दिन रविवार के दूसरे रविवार को मनाया जाने लगा. मदर्स डे के खास मौके पर बच्चे अपनी मां को विश करते हैं और कई तरह के तोहफे देते हैं.
मां को उनकी पसंद का खाना खिलाकर.
मां से जुड़ी पुरानी यादों से जुड़ी चिट्ठी लिखें.
शाम को घुमाने ले जाएं.
मां के साथ लॉन्ग ड्राइव पर घूमने जाएं.
मां को उनकी मनपसंद किताब दें या फिल्म दिखाएं
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)