advertisement
ईसा मसीह ने दुनिया में शांति का साम्राज्य कायम करने के मकसद से अपना जीवन कुर्बान किया था. जिस दिन उन्हें सूली पर चढ़ाया गया था, उस दिन फ्राइडे था. उस दिन को गुड फ्राइडे के रूप में याद किया जाता है.
ईसा मसीह ने दुनिया में प्रेम-भाईचारा फैलाने के लिए और मानव जीवन में शांति के लिए कई बातें बताई थीं, जो आज भी उतनी ही उपयोगी हैं, जितनी करीब 2000 साल पहले.
अब जरा सोचिए. आज के दौर में इंसान की जिंदगी में भागदौड़ जितनी ज्यादा बढ़ती जा रही है, उतना वह सुकून पाने के लिए लालयित होता जा रहा है. शायद यही वजह है कि लोग किसी न किसी मोटिवेशन गुरु को फॉलो करते देखे जाते हैं. ऐसे गुरु बस पुराने ही धर्मग्रंथों के पन्नों से अच्छी बातें उठाकर लोगों के सामने कुछ अलग अंदाज में परोस देते हैं. अगर देखा जाए, तो सीधे मौलिक ग्रंथों को पढ़ना कहीं ज्यादा फायदेमंद और मन पर गहरी छाप छोड़ने वाला साबित होता है.
अगर हम बाइबिल को ही लें, तो इसमें कई ऐसी बातें लिखी हैं, जो हमें भरपूर सुकून देने के साथ-साथ बेहतर रास्ता भी दिखाती हैं.
ये रहीं बाइबिल की ऐसी 11 बातें, जिन्हें पढ़कर आप तनाव से तुरंत निजात पा सकते हैं और मन के भटकाव को रोककर इसे सही रास्ते पर ले जा सकते हैं.
आने वाले कल की कोई चिंता मत करो, क्योंकि कल अपनी चिंता खुद कर लेगा. आज के लिए बस आज का ही दुख काफी है. परमेश्वर से बस आज की ही रोटी मांगो.
किसी बात की चिंता मत करो. तुममें से ऐसा कौन है, जो चिंता करके, अपनी उम्र एक घड़ी भी बढ़ा सकता है?
अपने प्राण के लिए यह चिंता न करना कि क्या खाएंगे, क्या पिएंगे. शरीर के लिए यह चिंता न करना कि क्या पहनेंगे. क्या प्राण भोजन से और शरीर वस्त्र से बढ़कर नहीं है? अगर तुम्हारे प्राण और शरीर की रक्षा प्रभु करते हैं, तो बाकी चीजें भी उनकी ही मर्जी पर छोड़ दो.
प्रभु सब जानते हैं. ऐसा कुछ भी नहीं, जो उनसे छिपा हो. तुम्हारे मांगने से पहले ही परमेश्वर को यह मालूम है कि तुम्हारी जरूरतें क्या-क्या हैं.
आकाश में उड़ते हुए परिंदों को देखो. परिंदे न तो कुछ बोते हैं, न काटते हैं, फिर उनका पालन कौन करता है? फिर तुम्हारा मोल तो उन परिंदों से कहीं ज्यादा है.
अगर बुरा से बुरा इंसान भी अपनी संतान को अच्छी से अच्छी चीजें देना जानता है, तो भला परमपिता परमेश्वर तुम्हें केवल अच्छी ही चीजें क्यों न देंगे. तुममें से ऐसा कौन है, जो अपनी संतान के रोटी मांगने पर उसे पत्थर देता हो या मछली मांगने पर उसे सांप देता हो?
अगर तुम दूसरों के गुनाहों को माफ करोगे, तो प्रभु तुम्हारे गुनाहों को माफ करेंगे. अगर तुम दूसरों को माफी नहीं दोगे, तो प्रभु के दरबार में तुम्हें भी माफी नहीं मिलेगी.
इस जीवन में धरती पर कभी भी धन-दौलत जमा न करो, जहां चोर उसे चुरा ले जाते हैं. अपने लिए स्वर्ग में धन जमा करो, जहां चोर आदि का कोई भय नहीं है.
अपने बैरियों से भी प्रेम रखो और अपने सताने वालों के लिए भी प्रार्थना करो. अगर तुम अपने प्रेम रखने वालों ही से प्रेम करोगे, तो तुम्हें भला इसका क्या फल मिलेगा?
अगर कोई तेरे खिलाफ शिकायत करके तेरी कमीज लेना चाहे, तो उसे चादर भी ले जाने दो. सबके प्रति उदार बनो.
कोई तुझसे मांगे, तो उसे दो. जो तुझ से उधार लेना चाहे, उससे मुंह न मोड़. तुम दोगे, तो तुम्हें भी दिया जाएगा.
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)