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Lal Bahadur Shastri Death Anniversary: ‘जय किसान, जय जवान’ का नारा देने वाले देश के दूसरे प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री की आज 57वीं पुण्यतिथि है. लाल बहादुर शास्त्री जी एक साफ-सुथरी छवि वाले, ईमानदार और कर्तव्यनिष्ठ व्यक्ति थे जिन्होंने अपना सारा जीवन देश और समाज की सेवा में अर्पित किया. उनके बारे में कहा जाता है कि उनका कद भले ही छोटा था लेकिन उनका जीवन सच्चे आदर्शों से भरा हुआ था.
शास्त्री जी का जन्म उत्तर प्रदेश के मुगलसराय में 2 अक्टूबर, 1904 में हुआ था. लाल बहादुर शास्त्री को 1966 में मरणोपरांत भारत रत्न दिया गया था. इस साल लाल बहादुर शास्त्री की 57वीं पुण्यतिथि पर हम आपके लिए 10 अनमोल विचार लेकर आए है, जिनके जरिए आप उन्हें याद कर सकते है.
अनुशासन और एकता ही किसी देश की ताकत होती है.
लोगों को सच्चा लोकतंत्र और स्वराज कभी भी हिंसा और असत्य से प्राप्त नहीं हो सकता.
हम सिर्फ खुद के लिए ही नहीं बल्कि पूरे विश्व की शांति, विकास और कल्याण में विश्वास रखते हैं.
यदि कोई व्यक्ति हमारे देश में अछूत कहा जाता है तो भारत को अपना सर शर्म से झुकाना पड़ेगा.
आज़ादी की रक्षा केवल सैनिकों का काम नहीं है, पूरे देश को मजबूत होना होगा.
जो शासन करते हैं, उन्हे देखना चाहिए कि लोग प्रशासन पर किस तरह प्रतिक्रिया करते हैं, अंततः जनता ही मुखिया होती है.
आर्थिक मुद्दे हमारे लिए सबसे जरूरी हैं, जिससे हम अपने सबसे बड़े दुश्मन ‘गरीबी‘ और ‘बेरोजगारी‘ से लड़ सकें.
कानून का सम्मान किया जाना चाहिए ताकि हमारे लोकतंत्र की बुनियादी संरचना बरकरार रहे और हमारा लोकतंत्र भी मजबूत बने.
देश के प्रति निष्ठा सभी निष्ठाओं से पहले आती है और यह पूर्ण निष्ठा है क्योंकि इसमें कोई प्रतीक्षा नहीं कर सकता कि बदले में उसे क्या मिलता है.
हर कार्य की अपनी एक गरिमा है और हर कार्य को अपनी पूरी क्षमता से करने में ही संतोष प्राप्त होता है.
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