Home Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019Lifestyle Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019जिंदगी में कामयाबी चाहिए? विवेकानंद के बताए इन टिप्स को अपना लीजिए

जिंदगी में कामयाबी चाहिए? विवेकानंद के बताए इन टिप्स को अपना लीजिए

स्‍वामी विवेकानंद के विचार कोरे उपदेश नहीं, बल्‍कि आज के दौर में भी कामयाबी के टिप्‍स सरीखे हैं. 

अमरेश सौरभ
लाइफस्टाइल
Updated:
विवेकानंद का मत है कि हर किसी का उद्धार उसके अपने ही प्रयासों से संभव है
i
विवेकानंद का मत है कि हर किसी का उद्धार उसके अपने ही प्रयासों से संभव है
फोटो: द क्‍विंट

advertisement

अपने आध्‍यात्‍मिक विचारों से दुनियाभर में भारत का सिर ऊंचा करने वाले स्‍वामी विवेकानंद के व्‍यक्‍त‍ित्‍व को किसी एक सांचे में फिट करना मुमकिन नहीं है. वे कर्मयोगी थे, सत्‍य के साधक थे और पूरी दुनिया के लिए आध्‍यात्‍म‍िक गुरु थे. उनके जन्मदिन के मौके पर हम उनके चुनिंदा विचारों को याद कर रहे हैं, जो कोरे उपदेश नहीं, बल्‍कि आज के दौर में भी कामयाबी के टिप्‍स सरीखे हैं.

विवेकानंद ने अपने छोटे-से जीवनकाल (12 जनवरी, 1863 - 4 जुलाई, 1902) में देश-दुनिया को वैचारिक रूप से इतना समृद्ध कर दिया कि इसके हर पहलू को कम शब्‍दों में समेटना मुश्किल है. उन्‍होंने समय-समय पर जो बातें कहीं, उन सबका सार यही है कि मनुष्‍य अपने भाग्‍य का निर्माता स्‍वयं है और हर किसी का उद्धार उसके अपने ही प्रयासों से संभव है.

विवेकानंद का मत है कि देश को शक्‍त‍िशाली बनाने के लिए हर किसी को अपने अंदर की शक्‍त‍ि पर विचार करना होगा और उसे जगाना होगा. उन्‍होंने शक्‍त‍ि को ही पुण्‍य बताया और हर तरह की दुर्बलता को भयंकर पाप. उन्‍होंने भौतिक तरक्‍की की तुलना में आध्‍यात्‍म‍िक उन्‍नति को ज्‍यादा महत्‍व दिया.

अब बात व्‍यक्‍तित्‍व के निर्माण या विकास की. विवेकानंद के मुताबिक, हर किसी के व्‍यक्‍त‍ित्‍व में बाहरी पहनावे-ओढ़ावे और चाल-ढाल का योगदान महज एक-तिहाई ही होता है, बाकी दो-तिहाई का निर्माण हमारे विचारों से होता है. हम जिसका चिंतन करते हैं, हम वही बन जाते हैं. आज हम जो हैं, अपने पहले के विचारों की वजह से हैं. हम आगे वही होंगे, जैसा हम आज चिंतन कर रहे हैं. अगर हमें श्रेष्‍ठ बनना है, तो पहले अपने विचारों को श्रेष्‍ठ बनाना होगा.

आगे विवेकानंद के श्रेष्‍ठ विचार दिए गए हैं. सफल जीवन के लिए हमारा क्‍या नजरिया होना चाहिए, ये हम इन बातों से सीख सकते हैं.

ADVERTISEMENT
ADVERTISEMENT

(हैलो दोस्तों! हमारे Telegram चैनल से जुड़े रहिए यहां)

Published: 04 Jul 2017,10:02 AM IST

Read More
ADVERTISEMENT
SCROLL FOR NEXT