advertisement
Teachers’ Day Special: जीवन में शिक्षक की भूमिका किसी से छिपी नहीं है. एक शिक्षक अपनी शिक्षा के जरिये राष्ट्र व समाज का निर्माण करता है. भारत में शिक्षक दिवस हर साल 5 सितंबर को देश के पूर्व राष्ट्रपति सर्वपल्ली डॉ. राधाकृष्णन के जन्म-दिवस के रूप में मनाया जाता है.
कोरोना महामारी के चलते पिछले साल स्कूल व कॉलेज बंद थें लिहाजा टीजर्स डे का आयोजन नहीं हो सका. हालांकि इस साल कुछ राज्यों ने 1 सितंबर से स्कूल खोले गये है. वहीं इस साल कुछ स्कूल व कॉलेज टीचर्स डे वर्चुअल प्लान कर रहे है.
कोरोना महामारी के बाद से बच्चों की पढ़ाई से लेकर कई अन्य तौर तरीकों में काफी बदलाव आया है, पहले छात्रों और शिक्षकों के बीच एक रिश्ता रहता था. बच्चें के शारीरिक विकास व सोशल इंटरेक्शन में स्कूल बड़ा रोल निभाते थे. लेकिन महामारी के बाद से बच्चे स्मार्टफोन व लैपटॉप पर वर्चुअल क्लास लेने लगे हैं.
जिन राज्यों में स्कूल खुल रहे है वहां राज्य सरकारों ने स्कूलों के लिए कोविड-19 गाइडलाइंस जारी की है. इसके तहत स्कूल में मास्क और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन अनिवार्य किया गया है. इसके साथ ही स्कूल आने वाले स्टूडेंट्स, टीचर्स व अन्य स्टाफ की थर्मल स्क्रीनिंग कराई जा रही है.
कोरोना महामारी के इस दौरा में बच्चों की पढ़ाई पर बड़ा प्रभाव पड़ा है वहीं एक सकारात्मक खबर कोलकाता से सामने आई थी. जहां कोविड से संक्रमित अपने टीचर के लिए पूर्व छात्रों ने क्राउड फंडिंग का सहारा लिया और शिक्षक को स्वस्थ्य कर अस्पताल से घर वापस लाए. यहां छात्रों ने इस महामारी के दौर में बड़ी मिसाल पेश की.
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)