advertisement
क्या आप अपनी डेली रुटीन लाइफ से बोर हो गए हैं और जिंदगी में कुछ एडवेंचर करने का सोच रहे हैं. तो ट्रैकिंग का ख्याल बुरा नहीं हैं. जी हां अगर आप पहाड़, जंगल, झील, झरने और एडवेंचर के शौकीन हैं और अपनी छुट्टियों को कुछ खास तरीके से बिताना चाहते हैं, तो हम आपको कुछ ऐसे खूबसूरत डेस्टिनेशन के बारे में बता रहे हैं, जहां आप अपनी फैमिली और दोस्तों के साथ मौज मस्ती और नेचुरल ब्यूटी का आनंद उठा सकते हैं.
हिमाचल प्रदेश भारत का एक खूबसूरत पहाड़ी राज्य है. हिमाचल प्रदेश के लाहौल-स्पीति जिले में चंद्रताल झील है. ये झील 4,300 मीटर की ऊंचाई पर है और ये स्पीति में एक किलोमीटर तक फैली हुई है. झील पहाड़ियों और बर्फीली चोटियों से पूरी तरह घिरी हुई है, जो उसकी खूबसूरती में चार चांद लगा देता है.
यहां ट्रैकिंग का सही समय जून से अक्टूबर माना जाता है, लेकिन ये झील टूरिस्ट के लिए सबसे पसंदीदा ट्रैकिंग डेस्टिनेशन होने के कारण यहां साल भर लोगों का जमावड़ा लगा रहता है. झील तक आप बाटल या कुंजुम पास से ट्रैकिंग करके पहुंच सकते हैं. कुंजुम से चंद्रताल का सफर लगभग 2 घंटों का है. आप सूरज ताल से भी यहां आ सकते हैं.
बर्फीले रेगिस्तान लद्दाख की पहाड़ियों के बीच लामयुरु है. लामयुरु भारत में सबसे मशहूर बौद्ध मठों में से एक है. गुफाओं में छिपे इस मठ का इतिहास 2500 साल पुराना है और समुद्रतल से उसकी मठ की ऊंचाई लगभग 5000 मीटर से ज्यादा की है. यहां पहुंचना कितना मुश्किल है इस बात का अंदाजा लगाया जा सकता है कि ठीक मठ के सामने गहरी खाई है. ऐसे में लोग यहां पहुंचने के लिए टूरिस्ट नदी पर बने सस्पेंशन पुल का इस्तेमाल करते हैं. इस मठ तक पहुंचने के लिए करीबी कस्बे पादुम से तीन दिन ट्रैक करके पहुंचना पड़ता है.यहां ट्रैकिंग का बेस्ट सीजन सितंबर का महीना है.
अगर आप महाराष्ट्र में हैं तो आपके पास घूमने के कई ऑप्शन्स हैं. लोनावला, खंडाला से लेकर कई खूबसूरत डेस्टिनेशन पर हर साल हजारों की तादाद में लोग एंजॉय करने जाते हैं. टैकिंग लवर्स के लिए राजमाची सबसे फेवरेट ट्रैकिंग डेस्टिनेशन है. राजमाची किला महाराष्ट्र का टूरिस्ट स्पॉट है. इसमें दो ट्रैकिंग ट्रेल्स हैं, जिनमें से एक लोनावाला से 15 किमी के साथ और दूसरा कोंदिवडे गांव से 2000 फुट ऊंचा ट्रैक है. पुणे से इसकी दूरी महज 82 किलोमीटर की है. जमीन से किले तक पहुंचने में लगभग 40 मिनट लगते हैं.
हिमाचल प्रदेश की खूबसूरत वादियां हमेशा से ही देश-विदेश के टूरिस्ट को अपनी तरफ खींचते हैं. त्रिउंड, हिमाचल प्रदेश के कागड़ा जिले में एक छोटे से हिल स्टेशन के रूप में जाना जाता है, जो धर्मकोट हिल स्टेशन का ही एक भाग है.ये उन ट्रैकिंग रूट्स के लिए जाना जाता है, जहां आप झरने, पहाड़ों के साथ नेचर को पूरी तरह एंजॉय कर सकते हैं. त्रिउंड ट्रैक का सफर मेकलॉडगंज से शुरू किया जाता है. इस की ऊंचाई 2,828 मीटर है.
चेंब्रा ट्रैक वायनाड जिले में सबसे ऊंची चोटी है. ये केरल राज्य की सबसे ऊंची चोटियों में शुमार है. यह चोटी समुद्र स्तर से 2100 मीटर की ऊंचाई पर है. यह ट्रैक 9 किमी लंबा है. शुरुआती दौर में इस ट्रैक की पर चलना थोड़ा मुश्किल रहता है, लेकिन बाद का सफर आसान है. यहां जाने से पहले आपको ध्यान रखना होगा कि आप मीप्पादी के फारेस्ट रेंज ऑफिसर से चेंब्रा चोटी पर ट्रैकिंग के लिए परमिशन ले लें.
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)