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Google Doodle Celebrates Nowruz 2024: आज गूगल एक खास डूडल (Google Doodle) के जरिए नवरोज (Nowruz 2024) को सेलिब्रेट कर रहा है. आज के गूगल डूडल में एक पेंटिंग में पेड़ नजर आ रहा है. नए साल के रूप में ईरानी और फारसी क्षेत्र में नवरोज या नौरोज (Nowruz 2024) आज मनाया जा रहा है. जानकारी के मुताबिक यह लगभग 3000 साल पुराना त्यौहार है.
संयुक्त राष्ट्र नवरोज को अंतरराष्ट्रीय अवकाश के रूप में मान्यता देता है. ऐसा इसलिए है कि क्योंकि परिवार मध्य पूर्व, दक्षिण काकेशस, काला सागर बेसिन और उत्तरी, पश्चिमी, मध्य और दक्षिण एशिया में इस खुशी के त्यौहार को मनाते हैं.
नवरोज या नौरोज (Nowruz 2024) एक प्रकार का ईरानी नववर्ष त्यौहार है , जोकि अलग-अलग देश में अलग-अलग समय पर परंपरागत रूप से मनाया जाता है. जानकारी के मुताबिक ईरान में पहले यह त्यौहार पर्शिया के नाम से भी जाना जाता था.
ईरानी या फारसी इस त्यौहार को मनाने के लिए सबसे पहले सभी ईरानी तथा अन्य देते के फारसी लोग अपने घरों की साफ सफाई करते हैं. जो भी कुछ उन्होंने अन्य लोगों से उधार ले रखा हो वह सब चुका देते हैं, इसी के साथ अपने दुश्मन या विरोधियों के साथ सामंजस्य भी बिठाते है. ईरानियों का यह त्यौहार प्रकृति का प्रेम का प्रतीक है. त्यौहार पर लोग तरह-तरह की मिठाइयां भी अपने घरों पर बनाते हैं. इसके साथ ही नए जीवन का सम्मान करने के लिए अंडे को सजाना, एक नई शुरुआत के लिए अपने घर को साफ करना और बसंत की सब्जियों और जड़ी-बूटियों का आनंद लेना.
ऐसी मान्यता है कि नवरोज के दिन घर की सभी प्रकार की बीमारियां और विषम परिस्थितियां दूर हो जाती है. इसी के साथ शाम के समय घरों में उपस्थित सभी बर्तनों में दूध दही बना झरने मिठाइयां इत्यादि पानी से भरे जाते हैं. ऐसा इसलिए किया जाता है क्योंकि आने वाले वर्ष में किसी भी प्रकार की कोई अनाज की कमी ना हो. जिसकी वजह से ईरान के लोगों को पारसी कहा जाने लगा. नए साल के आगमन के रूप में मनाया जाने वाला Nowruz 2024 का त्यौहार पर्शियन सिविलाइजेशन (पर्शियन सभ्यता ) से जुड़ा हुआ है. जो कि लगभग 3000 साल पुरानी मानी जाती है. सभी ईरानी और फारसी लोग इस नववर्ष (नवरोज या नौरोज ) हर साल बड़े ही धूमधाम से मनाते हैं.
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