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Eid-ul-Fitr 2022: एक महीने तक रोजा रखने के बाद रोजा खत्म होने पर ईद-उल-फितर का त्योहार मनाया जाता है. इसे मीठी ईद के नाम से भी जाना जाता है. यह त्यौहार रमजान के पाक महीने के बाद अमन और भाईचारे का पैगाम लेकर आता है. ईद के दिन लोग सुबह जल्दी उठकर फज्र की नमाज अदा करते हैं. इसके बाद एक दूसरे को बधाइयां देने के साथ ही ईद का त्योहार मनाते है. ईद का त्योहार चांद को देखकर मनाया जाता है.
सऊदी अरब में रविवार को चांद नहीं दिखाई दिया जिसके चलते यहां ईद 3 मई को मनाई जाएगी और भारत में ईद का त्योहार सउदी अरब के साथ मनाया जाएगा. बता दें आमतौर पर भारत में सऊदी अरब के बाद ईद मनाई जाती है, लेकिन इस साल दोनों जगह एक ही दिन मनाई जा रही है.
ईद के दिन सुबह सबसे पहले नमाज अदा की जाती है. इसके बाद लोग एक दूसरे के गले मिलते और ईद की बधाई देते हैं. सभी रिश्तेदार और दोस्त एक दूसरे के घर जाते हैं. घरों में तरह-तरह के मीठे पकवान (खासतौर पर सेंवई) बनाने का रिवाज हैं. मीठी सेवइयां घर आए मेहमानों को खिलाई जाती है. दोस्तों और रिश्तेदारों में ईदी बांटी जाती है.
ईद उल फितर के दिन लोग सुबह नए कपड़े पहनकर नमाज अदा करते हुए अमन और चैन की दुआ मांगते हैं. ईद-उल-फितर के मौके पर लोग खुदा का शुक्रिया इसलिए करते हैं क्योंकि अल्लाह उन्हें महीने भर रोजा रखने की ताकत देते हैं. ईद पर जकात (एक खास रकम) गरीबों और जरूरतमंदों के लिए निकाली जाती
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