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Vishwakarma Yojana 2023, Puja Date and Time: हिंदू पंचांग के अनुसार, हर साल आश्विन मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को भगवान विश्वकर्मा पूजा की जाती है, जो कि इस साल 17 सितंबर 2023 को की जाएगी. वहीं पूजा से पहले देश के 77वें स्वतंत्रता दिवस (77th Independence Day) के मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) ने मंगलवार को लालकिले की प्राचीर से तिरंगा फहराया और राष्ट्र को संबोधित करते हुए उन्होंने विश्वकर्मा जयंती पर एक नई योजना की शुरुआत करने का ऐलान किया.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि आने वाले समय में विश्वकर्मा जयंती पर हम 13-15 हजार करोड़ रुपये से नई ताकत देने के लिए हम 'विश्वकर्मा योजना' (Vishvakarma Yojana) की शुरुआत करेंगे.
पीएम ने कहा कि सरकार इस योजना के जरिए पारंपरिक कौशल वाले लोगों को मदद पहुंचाएगी. इसमें सुनार, लोहार, नाई और चर्मकार जैसे पारंपरिक कौशल वाले लोगों को शामिल किया जाएगा और उन तक सहायता पहुंचाई जाएगी.
बता दें विश्वकर्मा पूजा के दिन विशेष तौर पर औजार, निर्माण कार्य से जुड़ी मशीनों, दुकानों, कारखानों, मोटर गैराज, वर्कशॉप, लेथ यूनिट, कुटीर एवं लघु इकाईयों आदि की पूजा की जाती है. इसके पीछे मान्यता है कि भगवान विश्वकर्मा ने ही देवताओं के अस्त्र (त्रिशूल, सुदर्शन चक्र आदि), भवन, स्वर्ग लोग, पुष्पक विमान का निर्माण किया था.
सुपारी, रोली, पीला अष्टगंध चंदन, हल्दी, लौंग, मौली, लकड़ी की चौकी, पीला कपड़ा, मिट्टी का कलश, नवग्रह समिधा, जनेऊ, इलायची, इत्र, सूखा गोला, जटा वाला नारियल, धूपबत्ती, अक्षत, धूप, फल, मिठाई, बत्ती, कपूर, देसी घी, हवन कुण्ड, आम की लकड़ी, दही, फूल.
विश्वकर्मा पूजा रविवार, 17 सितम्बर 2023 को मनाई जाएगी.
विश्वकर्मा पूजा कन्या संक्रान्ति का क्षण - 01:43 पी एम
कन्या संक्रान्ति रविवार, सितम्बर 17, 2023 को
विश्वकर्मा पूजा के दिन लोग अपने यंत्रों की साफ-सफाई कर उनका तिलक कर पूजा करते है और भगवान से कामना करते है कि काम के समय किसी भी समस्या का सामना न करना पड़े सभी औजार व मशीनें अच्छे से काम करें. पूजा के चलते सभी कर्मचारियों की छुट्टी रहती है.
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