advertisement
मेरे माता-पिता भी डरे हुए और चिंता में हैं. मैं अपना सामान पैक कर इन सारी नेगेटिविटी से दूर अपने घर जाने की सोच रही थी लेकिन अब, हमें सूचित किया गया है कि यूनिवर्सिटी कुछ दिनों के लिए बंद है.
काश शब्दों से मैं समझा सकती कि आखिरकार मैं और बाकी लड़कियां अभी क्या महसूस कर रही हैं. ये तो और भी अविश्वसनीय लगता है कि यह काम हम में से ही किसी एक ने किया है. यहां अब किसी पर भी भरोसा करना मुश्किल हो गया है.
हमें इस घटना के बारे में शुक्रवार, 17 सितंबर की शाम को पता चला, जब हॉस्टल में अफरा-तफरी मच गई थी और हर कोई दहशत में था. लड़कियां आपस में बातें करने लगीं और खबर फैल गई. जल्द ही, हमें पता चला कि एक छात्रा को अन्य छात्रों ने उनके अश्लील वीडियो रिकॉर्ड करने के लिए पकड़ा है.
बाद में, इन वीडियोज को रिकॉर्ड करने वाली छात्रा का एक वीडियो सामने आया जिसमें उसने ये सब कबूला. हमें यह भी पता चला कि उसने वीडियो इसलिए रिकॉर्ड किया था क्योंकि हिमाचल प्रदेश के एक लड़के ने उसे ऐसा करने के लिए कहा था.
हम समझ नहीं पा रहे थे कि क्या करें. घटना के पीछे लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग को लेकर हमने छात्रावास में विरोध प्रदर्शन करना शुरू कर दिया. पुलिस ने इस मामले में शामिल तीन लोगों को गिरफ्तार भी किया है- जिसमें एक महिला और हिमाचल प्रदेश के दो पुरुष शामिल हैं.
रविवार को यूनिवर्सिटी ने एक गलत बयान जारी कर कहा, ''दूसरी लड़कियों के आपत्तिजनक वीडियो शूट करने की अफवाह पूरी तरह से झूठी और निराधार है.'' लेकिन जैसे ही हमारे साथ उस लड़की का कबूलनामा वीडियो द्वारा साझा किया गया तो यह साफ हो गया था कि यूनिवर्सिटी का दावा निराधार है.
यूनिवर्सिटी का नाम न खराब हो इसके लिए चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी का कहना है कि "लड़की के फोन में उसे छात्राओं का कोई आपत्तिजनक वीडियो नहीं मिला है, सिवाय इसके कि लड़की ने खुद ही अपना वीडियो शूट किया और उसके प्रेमी के साथ साझा किया जो कि एक निजी वीडियो है."
लेकिन यह भी झूठा दावा है क्योंकि एक तो इस मामले में लड़की ने खुद ही कबूल किया है और दूसरा कि उसके प्रेमी के अलावा, एक अन्य व्यक्ति को शिमला से गिरफ्तार किया गया है.
हमने रविवार की रात लगभग 1:30 बजे (18 सितंबर) को अपना विरोध प्रदर्शन खत्म किया जब यूनिवर्सिटी ने इस मामले में निष्पक्ष जांच करने और न्याय करने का आश्वासन दिया. लेकिन यह तथ्य कि यूनिवर्सिटी ने इस मुद्दे को दबाने की कोशिश की है, यह हमारे लिए चिंताजनक है.
पुलिस ने रविवार को पुष्टि की थी कि उन्होंने मामले में तीन संदिग्धों को गिरफ्तार किया है. पंजाब के डीजीपी गौरव यादव ने कहा कि, पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान के आदेश पर तीन सदस्यीय महिला विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन भी किया गया है, जो इस मामले की जांच करेगी जिसका नेतृत्व वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी गुरप्रीत कौर देव करेगी.
देव ने कहा कि ऐसा प्रतीत होता है कि आरोपी महिला छात्र ने युवक के साथ अपना एक वीडियो साझा किया इसके अलावा किसी अन्य छात्र का कोई आपत्तिजनक वीडियो नहीं मिला है.
एक फोटो क्लिक करें, एक वीडियो शूट करें. इसे हमें 9999008335 पर व्हाट्सएप करें या myreport@thequint.com पर ईमेल करें. आप thequint.com पर भी लॉग ऑन कर सकते हैं या bit.ly/MyReportTeam पर माई रिपोर्ट टीम में शामिल हो सकते हैं. अनुभवी पत्रकारों की हमारी टीम आने वाली कंटेंट को स्कैन करती है और सबमिशन में उद्धृत जानकारी को सत्यापित करती है.
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)
Published: undefined