advertisement
वीडियो एडिटर: आशुतोष भारद्वाज
मैंने 2013 में लुधियाना के Ireo के 'वाटरफ्रंट' टाउनशिप में फ्लैट लिया था. अब तक मेरे फ्लैट का कंस्ट्रक्शन पूरा नहीं हुआ है. मुझसे वादा किया गया था कि 2016 में मुझे फ्लैट मिल जाएगा. ये सिर्फ मेरी ही दिक्कत नहीं है.
मेरा फ्लैट दूसरे फ्लोर पर है. अगर कोई फ्लैट में जाने का रास्ता ढूंढना चाहे तो भी वो नहीं ढूंढ सकता, क्योंकि सेकंड फ्लोर तक जाने के लिए सीढियां ही नहीं हैं. ये रहने लायक जगह नहीं है. कुछ लोग मेरे फ्लैट के ठीक सामने रहने आए हैं. एक या दो फ्लैट ही हैं, जिसमें लोग रहने आए हैं. यहां कोई सेफ्टी प्रोटोकॉल नहीं है. 2016 में मिलने वाले फ्लैट का 2019 तक कोई नामो-निशान नहीं है.
पिछले साल ये बात हुई थी. मैंने अब तक करीब 46 लाख रुपये दिए हैं. इसके लिए लोन भी लिया है. मैं हर महीने 26 हजार रुपये EMI भर रहा हूं. जब भी मैं Ireo में किसी से बात करता हूं तो मुझे झूठा दिलासा देते हैं. मैं जब कहता हूं कि ये मामला RERA तक जाएगा तो भी वो इस पर कुछ नहीं कहते. कई लोग Ireo के इस रवैये से परेशान हैं.
मेरी Ireo से बात हुई है. मुझे एक प्लॉट का ऑफर दिया गया लेकिन वो बिना NOC के था. मैंने वो नहीं लिया. हमने अपनी बड़ी पूंजी लगाई है. अपनी सेविंग लगाई है. मुझे मेरे सपनों का घर कब मिलेगा?
(सभी 'माई रिपोर्ट' ब्रांडेड स्टोरिज सिटिजन रिपोर्टर द्वारा की जाती है जिसे क्विंट प्रस्तुत करता है. हालांकि, क्विंट प्रकाशन से पहले सभी पक्षों के दावों / आरोपों की जांच करता है. रिपोर्ट और ऊपर व्यक्त विचार सिटिजन रिपोर्टर के निजी विचार हैं. इसमें क्विंट की सहमति होना जरूरी नहीं है.)
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)
Published: undefined