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राजकोट में सड़कों पर ‘भ्रष्टाचार के गड्ढे’, लोगों का गुस्सा फूटा

सड़क पर बने गड्ढे में लेट गया ट्रक ड्राइवर

मासूमा जरीवाला
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(फोटो: क्विंट हिंदी)
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(फोटो: क्विंट हिंदी)

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वीडियो एडिटर: मोहम्मद इब्राहिम

गुजरात के राजकोट में नेशनल हाईवे अथॉरिटी का ध्यान सड़क के गड्ढों की ओर दिलाने के लिए  11 सितंबर को लक्ष्मण बथवार ने खुद को गड्ढे में दबा लिया. राजकोट की तरफ जाने वाली मुख्य सड़क गड्ढों से भरी हुई है.

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लक्ष्मण बथवार की शिकायत है कि अथॉरिटी ने बहुत खराब काम किया है, जिसकी वजह से इस तरह के हालात हैं.

इन लोगों ने जो काम किया है वो बहुत खराब है. इसमें से रेत निकल रही है. इसमें बारिश में पानी आएगा तो इसकी हालत क्या होगी? पूरी सड़क पर कच्चा काम किया गया है.  
लक्ष्मण बथवार, ट्रक ड्राइवर

लक्ष्मण आगे कहते हैं- “1 महीने से ये गड्ढा था, फिर ऐसा कच्चा काम कर के चले गए. उन्होंने अपना काम ठीक से नहीं किया है. मेरा कहना है कि पक्का काम करो.”

“यहां से हजारों वाहन गुजरते हैं. कोई गिर जाता है यहां, किसी को (प्रशासन) जान की परवाह नहीं है. मोटरसाइकिल, फोर व्हीलर इस गड्ढे में धंस जाते हैं.”
लक्ष्मण बथवार, ट्रक ड्राइवर

बेकार फुटपाथ भी लोगों की परेशानी और बढ़ा देते हैं. लक्ष्मण इसकी हालत दिखाते हुए इन सबके लिए पार्षद को जिम्मेदार ठहराते हैं. “ ये स्मार्ट सिटी (राजकोट) बोलते हैं. यहां पूरी तरह से कच्चा काम किया गया है. वो सब पैसा खाकर बैठे हैं”

उनका कहना है कि ‘राजकोट की जनता अब तक सोई हुई है, जाग जाओ! राजकोट की जनता जाग गई, तो जिस नेता को कुर्सी पर बिठाती है उसी कुर्सी से हटा भी सकती है.’

इस मामले पर नेशनल हाईवे अथॉरिटी ने क्विंट से कहा कि जून महीने में सड़क की मरम्मत हुई थी, लेकिन भारी बारिश की वजह से सड़क खराब हुई है.

(सभी 'माई रिपोर्ट' ब्रांडेड स्टोरिज सिटिजन रिपोर्टर द्वारा की जाती है जिसे क्विंट प्रस्तुत करता है. हालांकि, क्विंट प्रकाशन से पहले सभी पक्षों के दावों / आरोपों की जांच करता है. रिपोर्ट और ऊपर व्यक्त विचार सिटिजन रिपोर्टर के निजी विचार हैं. इसमें क्‍व‍िंट की सहमति होना जरूरी नहीं है.)

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