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वीडियो एडिटर: मोहम्मद इरशाद आलम
सितंबर 2020 में, एक इंजीनियर 1.5 किमी लंबी उस सड़क पर गाड़ी चला रहा था जो फरीदाबाद के हार्डवेयर चौक और प्याली चौक को जोड़ती है. वो सड़क जो तीन साल से ज्यादा समय से गड्ढों से भरा पड़ा है, और ये 29 साल के उस इंजीनियर का दुर्भाग्य था कि उसकी बाइक ने संतुलन खो दिया और दुर्घटना में उसकी जान चली गई. अब सवाल पैदा होता है कि किसे दोषी माना जाए?
शहर के एनआईटी क्षेत्र में, हजारों यात्री गुरुग्राम जाने के लिए इस सड़क को पार करते हैं. कई आवासीय कॉलोनियां सड़क से सटे हैं. सड़क पर यात्रा का समय 2 मिनट के आसपास होना चाहिए, लेकिन इसके बजाय, 5 मिनट का रोलरकोस्टर राइड करना पड़ता है.
कई सालो से हो रहे विरोध और जान की नुकसान के बावजूद, नगर निगम इसे नए सिरे से बिछाने या सफ़र के अनुकूल बनाने के लिए तैयार नहीं हैं.
2018 में, एक एनजीओ ने सड़क के दोबारा निर्माण के लिए 15 दिनों का विरोध प्रदर्शन किया था. हाल में ही 7 फरवरी 2021 को भी प्रदर्शन हुआ, लेकिन एमसीएफ अभी भी कुछ नहीं कर रहा. यहां के निवासी मरम्मत की गुहार को लटकाए जाने से काफ़ी परेशान हैं.
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