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प्रिय सैनिक,
मेरे द्वारा लिखा गया कोई भी संदेश आपके और आपके जैसे अन्य जाबांजों के सम्मान को परिभाषित नहीं कर सकता है. सेना को शुक्रिया अदा करने के लिए मेरे पास शब्द कम पड़ जाएंगे. मैं अपने जीवन में भारतीय सेना को सबसे ऊपर जगह देता हूं.
आप जो करते हैं वह वास्तव काफी लोगों के लिए प्रेरणादायक है. आज के समय में जब अधिकांश लोग सेना और सैन्य सेवा से दूरी बनाए हुए हैं, मैं खुद को इसके काफी करीब पाता हूं. सेना में शामिल होना और आपलोगों के जैसा बनना मेरा सपना है.
सभी भारतीयों की ओर से मैं आपको धन्यवाद देता हूं. आपके कारण ही हम शांतिपूर्ण तरीके से जीवन का आनंद ले पा रहे हैं. देश को सुरक्षित रखने के लिए आप अपने निजी जीवन में कितने बलिदान दे रहे हैं इसके बारे में क्या कहें. आने वाले समय में मैं सैन्य सेवा में शामिल होने के लिए अपनी पूरी कोशिश कर रहा हूं क्योंकि यह हमारी मातृभूमि है और इसकी सुरक्षा करना हमारा कर्तव्य है.
मैं पीवीसी कैप्टन विक्रम बत्रा के कहे हुए बात को दोहराना चाहूंगा, जिसमें उन्होंने कहा था, "मैं या तो तिरंगा फहराने के बाद वापस आऊंगा या मैं इसमें लिपटा हुआ वापस आऊंगा, लेकिन मैं निश्चित रूप से वापस आऊंगा."
"ये दिल मांगे मोर!''
जय हिंद!
अनंत बहल
दिल्ली
आप एक सैनिक से क्या कहेंगे, जिसने अपनी छुट्टियों, जन्मदिन, सालगिरह, अपने बच्चे के जन्म और ऐसे कई मौकों को गंवा दिया, सिर्फ इसलिए ताकि वो अपनी ड्यूटी निभा सके?
अगर आपको अपने सैनिक को 'संदेश' भेजने का मौका मिले, जिसने देश के लिए अपनी जिंदगी समर्पित कर दी, तो आप उनसे क्या कहेंगे?
इस गणतंत्र दिवस द क्विंट आपसे, देश के नागरिकों से गुजारिश करता है कि भारत के जांबाज हीरो- सैनिक के नाम अपना संदेश लिखकर या रिकॉर्ड करके भेजिए. क्विंट अपनी वेबसाइट पर एक इंटरैक्टिव ऐप के जरिए इन सभी संदेशों को एक ही जगह पर दिखाएगा.
भारतीय गणतंत्र और देश में जिस सुरक्षित माहौल में हम जीते हैं, उसका जश्न मनाने के लिए क्विंट सैनिकों की प्रतिबद्धता और बहादुरी को सेल्यूट करना चाहता है. अपनी जिम्मेदारी को नि:स्वार्थ तौर पर निभाने, महीनों तक अपने परिवार से दूर रहने, अपने बच्चे का स्कूल में पहला दिन मिस करने, या अपने बूढ़े माता-पिता की मदद करने को उनके आस-पास मौजूद न होने के लिए क्विंट उन्हें सेल्यूट करना चाहता है.
'संदेश To A Soldier' के जरिए क्विंट भारतीय नागरिकों को उन सैनिकों से जोड़ना चाहता है, जिन्हें वे कभी नहीं जानते होंगे. ये खामोशी से उनका आभार जताने का एक तरीका, उनकी तारीफ का एक टोकन और देशभक्ति भरी एक कवायद है.
जय हिन्द!
ये बहुत आसान है. बस एक चिट्ठी लिखें या अपना संदेश रिकॉर्ड करें और इसे myreport@thequint.com पर ईमेल करें या 9999008335 पर वॉट्सऐप कर
(सभी माई रिपोर्ट सिटिजन जर्नलिस्टों द्वारा भेजी गई रिपोर्ट है. द क्विंट प्रकाशन से पहले सभी पक्षों के दावों/आरोपों की जांच करता है, लेकिन रिपोर्ट और इस लेख में व्यक्त किए गए विचार संबंधित सिटिजन जर्नलिस्ट के हैं, इससे क्विंट की सहमति जरूरी नहीं है.)
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