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प्रिय सैनिक,
देश के सच्चे हीरो आप ही हैं. इस गणतंत्र दिवस मैं दिल से आपका शुक्रिया अदा करना चाहती हूं. देश के लगातार बदलते परिदृश्य में आपने हमें हर मिनट, हर घंटे और हर मौसम में लोगों को ये दिखाने और सिखाने का काम किया है कि सच्चा लीडरशिप कैसा होता है. आप मातृभूमि की सेवा के लिए हमेशा तैनात रहते हैं.
एक एकेडमिशियन होने के नाते मुझे लगता है कि आपने शिक्षा के क्षेत्र संगठनात्मक व्यवहार, मानव संसाधन प्रबंधन और कई अन्य एरिया में योगदान दिया है. सेल्फ मोटिवेशन, प्रेरणा, दृष्टिकोण, त्याग, बलिदान और समय की पाबंदी जैसे शब्दों के सही मायने आपकी वजह से ही आज भी है.
सैन्य संस्थाओं ने मुझे मैनेजमेंट सिखाने का काम किया है और इस काम के लिए मैं हमेशा आप सभी की आभारी रहूंगी. जब भी मेरे जीवन में असफलताएं और बाधाएं आती हैं, मैं आपके जोश और जज्बे को याद करती हूं. कैसे आफ सियाचिन ग्लेशियरों पर सूझबूझ से काम करते हैं वहीं बाढ़ और बाकी आपदा के समय कैसे आप लोगों को बचाते हैं. आपके काम से मुझे काफी प्रेरणा मिलती है और काफी कुछ मैं उससे सीखती हूं.
देश के तिरंगे को हमेशा आसमां में ऊंचा रखने के लिए आप सभी का शुक्रिया.
भारत माता की जय!
डॉ. दिपाली पुलेकर
मुंबई
आप एक सैनिक से क्या कहेंगे, जिसने अपनी छुट्टियों, जन्मदिन, सालगिरह, अपने बच्चे के जन्म और ऐसे कई मौकों को गंवा दिया, सिर्फ इसलिए ताकि वो अपनी ड्यूटी निभा सके?
अगर आपको अपने सैनिक को 'संदेश' भेजने का मौका मिले, जिसने देश के लिए अपनी जिंदगी समर्पित कर दी, तो आप उनसे क्या कहेंगे?
इस गणतंत्र दिवस द क्विंट आपसे, देश के नागरिकों से गुजारिश करता है कि भारत के जांबाज हीरो- सैनिक के नाम अपना संदेश लिखकर या रिकॉर्ड करके भेजिए. क्विंट अपनी वेबसाइट पर एक इंटरैक्टिव ऐप के जरिए इन सभी संदेशों को एक ही जगह पर दिखाएगा.
भारतीय गणतंत्र और देश में जिस सुरक्षित माहौल में हम जीते हैं, उसका जश्न मनाने के लिए क्विंट सैनिकों की प्रतिबद्धता और बहादुरी को सेल्यूट करना चाहता है. अपनी जिम्मेदारी को नि:स्वार्थ तौर पर निभाने, महीनों तक अपने परिवार से दूर रहने, अपने बच्चे का स्कूल में पहला दिन मिस करने, या अपने बूढ़े माता-पिता की मदद करने को उनके आस-पास मौजूद न होने के लिए क्विंट उन्हें सेल्यूट करना चाहता है.
'संदेश To A Soldier' के जरिए क्विंट भारतीय नागरिकों को उन सैनिकों से जोड़ना चाहता है, जिन्हें वे कभी नहीं जानते होंगे. ये खामोशी से उनका आभार जताने का एक तरीका, उनकी तारीफ का एक टोकन और देशभक्ति भरी एक कवायद है.
जय हिन्द!
ये बहुत आसान है. बस एक चिट्ठी लिखें या अपना संदेश रिकॉर्ड करें और इसे myreport@thequint.com पर ईमेल करें या 9999008335 पर वॉट्सऐप कर
(सभी माई रिपोर्ट सिटिजन जर्नलिस्टों द्वारा भेजी गई रिपोर्ट है. द क्विंट प्रकाशन से पहले सभी पक्षों के दावों/आरोपों की जांच करता है, लेकिन रिपोर्ट और इस लेख में व्यक्त किए गए विचार संबंधित सिटिजन जर्नलिस्ट के हैं, इससे क्विंट की सहमति जरूरी नहीं है.)
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