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प्रिय सैनिक,
हमें दुश्मनों से बचाने के लिए आप हमेशा सीमा पर तैनात रहते हैं. सर्दी, गर्मी या बारिश का मौसम हो, चाहे कोई भी स्थिति हो, हर समय आप हमारी सुरक्षा के लिए लगे रहते हैं. ताकि हम चैन और सुकून से रह सके.
महिला सैनिकों के लिए मेरे दिल में अलग ही श्रद्धा भाव है. आप हमेशा हमारी रक्षा करते हैं और एक आदर्श के रूप में काम करते हैं. मुझे एहसास है कि आप किस तरह की कड़े ट्रेनिंग लेती हैं. आपने हमें सिखाया है कि, महिलाओं का मतलब सिर्फ रसोई में रहना या बच्चे पैदा करना नहीं है. आप सेना में रहते हुए गजब के जज्बे दिखा रही हैं.
आप भी एक बेटी हैं, पत्नी हैं, बहन हैं या शायद मां भी हैं. बावजूद इसके आप देश सेवा के लिए जी-जान से जुटी हुई हैं. हमें आपके जैसी और महिलाओं की जरूरत है. हमारे लिए हमेशा तैनात रहने के लिए धन्यवाद. भारतीय सेना के लिए आपके जज्बे और लगन को दिल से हमारा सलाम.
जय हिंद!
स्नेहा
आप एक सैनिक से क्या कहेंगे, जिसने अपनी छुट्टियों, जन्मदिन, सालगिरह, अपने बच्चे के जन्म और ऐसे कई मौकों को गंवा दिया, सिर्फ इसलिए ताकि वो अपनी ड्यूटी निभा सके?
अगर आपको अपने सैनिक को 'संदेश' भेजने का मौका मिले, जिसने देश के लिए अपनी जिंदगी समर्पित कर दी, तो आप उनसे क्या कहेंगे?
इस गणतंत्र दिवस द क्विंट आपसे, देश के नागरिकों से गुजारिश करता है कि भारत के जांबाज हीरो- सैनिक के नाम अपना संदेश लिखकर या रिकॉर्ड करके भेजिए. क्विंट अपनी वेबसाइट पर एक इंटरैक्टिव ऐप के जरिए इन सभी संदेशों को एक ही जगह पर दिखाएगा.
भारतीय गणतंत्र और देश में जिस सुरक्षित माहौल में हम जीते हैं, उसका जश्न मनाने के लिए क्विंट सैनिकों की प्रतिबद्धता और बहादुरी को सेल्यूट करना चाहता है. अपनी जिम्मेदारी को नि:स्वार्थ तौर पर निभाने, महीनों तक अपने परिवार से दूर रहने, अपने बच्चे का स्कूल में पहला दिन मिस करने, या अपने बूढ़े माता-पिता की मदद करने को उनके आस-पास मौजूद न होने के लिए क्विंट उन्हें सेल्यूट करना चाहता है.
'संदेश To A Soldier' के जरिए क्विंट भारतीय नागरिकों को उन सैनिकों से जोड़ना चाहता है, जिन्हें वे कभी नहीं जानते होंगे. ये खामोशी से उनका आभार जताने का एक तरीका, उनकी तारीफ का एक टोकन और देशभक्ति भरी एक कवायद है.
जय हिन्द!
ये बहुत आसान है. बस एक चिट्ठी लिखें या अपना संदेश रिकॉर्ड करें और इसे myreport@thequint.com पर ईमेल करें या 9999008335 पर वॉट्सऐप कर
(सभी माई रिपोर्ट सिटिजन जर्नलिस्टों द्वारा भेजी गई रिपोर्ट है. द क्विंट प्रकाशन से पहले सभी पक्षों के दावों/आरोपों की जांच करता है, लेकिन रिपोर्ट और इस लेख में व्यक्त किए गए विचार संबंधित सिटिजन जर्नलिस्ट के हैं, इससे क्विंट की सहमति जरूरी नहीं है.)
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