advertisement
देश के सम्मानित सैनिकों को हमारा सलाम!
इस गणतंत्र दिवस, मैं पूरे विश्वास के साथ देश के हर सैनिक को अपनी मातृभूमि की रक्षा करने, विश्वास और अनुशासन के साथ प्राकृतिक आपदाओं के दौरान बचाव अभियान चलाने के लिए सलाम करना चाहूंगा.
अपने परिवार और दोस्तों से महीनों तक दूर रहना और उनसे अलग होकर काम करना काफी कठिन है. लेकिन सही ही कहा गया है, “आप हमारी मातृभूमि की चट्टान हैं.” कठिन से कठिन परिस्थिति में भी आप चट्टान की तरह देश की रक्षा करते हैं.
हम सभी देशवासियों के लिए आदर्श हैं और हमारे प्रेरणास्रोत हैं. आपका सेल्फ डिसिप्लिन और काम के प्रति दृढ़ संकल्प काबिले-तारीफ है.
लोगों को शांति से जीने लायक माहौल उपलब्ध कराने, सपना देखने के लिए और अपनी खुशी पूरा करने में मदद करने के लिए आपका दिल से धन्यवाद.
मेरे मन में आपके लिए काफी सम्मान है. मैं उन सैनिकों को सलाम करता हूं, जो नि:स्वार्थ भाव से दिन-रात हमारी रक्षा कर रहे हैं.
जय हिंद!
वंदे मातरम
यशिका खंडेलवाल
आप एक सैनिक से क्या कहेंगे, जिसने अपनी छुट्टियों, जन्मदिन, सालगिरह, अपने बच्चे के जन्म और ऐसे कई मौकों को गंवा दिया, सिर्फ इसलिए ताकि वो अपनी ड्यूटी निभा सके?
अगर आपको अपने सैनिक को 'संदेश' भेजने का मौका मिले, जिसने देश के लिए अपनी जिंदगी समर्पित कर दी, तो आप उनसे क्या कहेंगे?
इस गणतंत्र दिवस द क्विंट आपसे, देश के नागरिकों से गुजारिश करता है कि भारत के जांबाज हीरो- सैनिक के नाम अपना संदेश लिखकर या रिकॉर्ड करके भेजिए. क्विंट अपनी वेबसाइट पर एक इंटरैक्टिव ऐप के जरिए इन सभी संदेशों को एक ही जगह पर दिखाएगा.
भारतीय गणतंत्र और देश में जिस सुरक्षित माहौल में हम जीते हैं, उसका जश्न मनाने के लिए क्विंट सैनिकों की प्रतिबद्धता और बहादुरी को सेल्यूट करना चाहता है. अपनी जिम्मेदारी को नि:स्वार्थ तौर पर निभाने, महीनों तक अपने परिवार से दूर रहने, अपने बच्चे का स्कूल में पहला दिन मिस करने, या अपने बूढ़े माता-पिता की मदद करने को उनके आस-पास मौजूद न होने के लिए क्विंट उन्हें सेल्यूट करना चाहता है.
'संदेश To A Soldier' के जरिए क्विंट भारतीय नागरिकों को उन सैनिकों से जोड़ना चाहता है, जिन्हें वे कभी नहीं जानते होंगे. ये खामोशी से उनका आभार जताने का एक तरीका, उनकी तारीफ का एक टोकन और देशभक्ति भरी एक कवायद है.
जय हिन्द!
ये बहुत आसान है. बस एक चिट्ठी लिखें या अपना संदेश रिकॉर्ड करें और इसे myreport@thequint.com पर ईमेल करें या 9999008335 पर वॉट्सऐप कर
(सभी माई रिपोर्ट सिटिजन जर्नलिस्टों द्वारा भेजी गई रिपोर्ट है. द क्विंट प्रकाशन से पहले सभी पक्षों के दावों/आरोपों की जांच करता है, लेकिन रिपोर्ट और इस लेख में व्यक्त किए गए विचार संबंधित सिटिजन जर्नलिस्ट के हैं, इससे क्विंट की सहमति जरूरी नहीं है.)
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)
Published: 22 Jan 2019,09:05 PM IST