advertisement
इसमें बिहार राज्य में 14 टीम पटना, बक्सर, भोजपुर, दरभंगा, नालंदा, मुंगेर और सुपौल जिले में एवं 3 टीम झारखंड राज्य के रांची, जमशेदपुर और देवघर जिले के विभन्न घाटों पर रेस्क्यू मोटर बोट और अत्याधुनिक बाढ़-बचाव उपकरणों के साथ तैनात की गई है।
ये सभी टीमें बिहार एवं झारखंड राज्य के विभिन्न जिलों में 11 नवंबर तक विभिन्न छठ घाटों पर बोटों के साथ तैनात रहेंगी।
कमांडेंट विजय सिन्हा ने बताया कि इस साल छठ पर्व के अवसर पर बिहार में 9 वीं बटालियन एनडीआरएफ की 13 टीमें जिसमें 7 टीमों में 400 से अधिक बचावकर्मी 70 रेस्क्यू मोटर बोटों के साथ दानापुर पीपापुल घाट से पटना सिटी भट्ठा घाट तक गंगा नदी के विभिन्न घाटों पर तथा 6 टीमें बिहार के विभन्न जिलों में तैनात की गई हैं।
उन्होने बताया कि सभी टीमें कुशल तैराक, गोताखोर, अत्याधुनिक बाढ़-बचाव व संचार उपकरणों से लैस हैं, जिससे कोई भी अप्रिय घटना पर नियंत्रण किया जा सके।
उन्होंने बताया कि सभी टीमों के साथ मेडिकल स्टाफ पर्याप्त मात्रा में आवश्यक दवाईयों के साथ मौजूद रहेंगे। पटना के गांधी घाट, गाय घाट, कुर्जी घाट तथा दीघा घाट पर एनडीआरएफ के चिकित्सा अधिकारी की मौजूदगी में मैडिकल कैम्प स्थापित किया जाएगा। इसके अलावा 3 रिवर एम्बुलेंस भी गंगा नदी के घाटों पर छठ पूजा के दौरान पेट्रोलिंग करती रहेंगी, जिससे कोई अप्रिय घटना घटने पर तुरंत कार्यवाही की जा सके। एनडीआरएफ की एक टीम को दीदारगंज, पटना में अलर्ट पर रखा गया है।
सिन्हा ने बताया कि झारखंड राज्य में भी 3 टीमें विभिन्न जिलों में छठ पूजा के दौरान तैनात रहेगी।
उन्होंने श्रद्धालुओं से नदी, तालाब के वैरिकेडिंग के आगे नहीं जाने की अपील की है तथा कोरोना प्रोटोकॉल का पालन करने का भी आग्रह किया है।
--आईएएनएस
एमएनपी/एएनएम
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)