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उन्होंने कहा, गुरुवार को, राष्ट्रीय राजधानी में 28,867 नए कोविड मामले दर्ज किए गए थे, जो महामारी की शुरूआत के बाद से अब तक की सबसे अधिक वृद्धि है।
दिल्ली में हाल ही में हुई कोविड की मौतों पर पत्रकारों से बात करते हुए, उन्होंने कहा कि मरने वाले कोविड के लगभग 75 प्रतिशत रोगियों का टीकाकरण नहीं हुआ था।
उन्होंने बताया, कोविड संक्रमण के कारण मरने वाले लगभग 75 प्रतिशत लोगों ने टीके की एक भी खुराक नहीं ली थी। टीकाकरण करना महत्वपूर्ण है। ऐसे उदाहरण भी हैं जहां लोगों को कोविड -19 से अनुबंधित होने से पहले गंभीर बीमारियां थीं।
दिल्ली में इस महीने 5 से 12 जनवरी के बीच महज 8 दिनों में कुल 127 मौतें हुई हैं। मरने वालों में से केवल 34 को ही कोविड-19 का टीका लगाया गया था। सभी मौतों में से 74 लोग शहर में 60 साल से कम उम्र के थे। मरने वालों में ज्यादातर दिल और लीवर की बीमारियों से पीड़ित थे।
जैन ने बताया कि 1300 से अधिक बिस्तर अभी भी खाली हैं जो दिल्ली में कुल बिस्तरों का 88 प्रतिशत है।
इस बीच, शहर में पॉजिटिविटी रेट 29.21 प्रतिशत हो गई है, जो 3 मई के बाद सबसे अधिक है। स्वास्थ्य विभाग के अनुसार 3 मई को संक्रमण दर 29.55 प्रतिशत थी। सक्रिय कोविड मामले भी बढ़कर 94,160 हो़ गए हैं, जो 1 मई के बाद से सबसे अधिक है।
स्वास्थ्य विभाग के अनुसार, दिल्ली में 1 मई को सबसे अधिक 96,747 सक्रिय कोविड मामले दर्ज किए गए थे।
--आईएएनएस
एसकेके/आरजेएस
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