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आरुषि-हेमराज मर्डर केस में नया मोड़ आया है. तलवार दंपति की रिहाई के खिलाफ सीबीआई और हेमराज की पत्नी सुप्रीम कोर्ट जाएंगे. बता दें कि पिछले साल अक्टूबर में इलाहाबाद हाईकोर्ट ने तलवार दंपति की रिहाई का फैसला सुनाया था. कोर्ट ने राजेश और नूपुर तलवार को हत्या समेत तमाम दूसरे आरोपों से बरी कर दिया था.
सीबीआई ने कहा कि एजेंसी ने तलवार दंपति को बरी किये जाने के हाईकोर्ट के आदेश को चुनौती देने के लिए अपील दाखिल की. हाईकोर्ट ने उन्हें इस आधार पर आरोपमुक्त कर दिया था कि उन्हें ऑन रिकार्ड साक्ष्यों के आधार पर दोषी नहीं ठहराया जा सकता.
साल 2008 में नोएडा के जलवायु विहार में आरुषि-हेमराज हत्याकांड हुआ था. उत्तर प्रदेश पुलिस से लेकर सीबीआई तक ने इस केस की गुत्थी सुलझाने की कोशिश की. हत्यारे की तलाश में सीबीआई ने जब तथ्य खंगाले, तो शक की सुई घूमकर तलवार दंपति पर ही जा टिकी. जांच रिपोर्ट पेश की गई और सीबीआई कोर्ट ने तलवार दंपति को दोषी ठहराते हुए जेल भेज दिया.
2011 में गाजियाबाद जिला कोर्ट के अंदर 30 एक शख्स ने राजेश पर तलवार पर चाकू से हमला कर दिया था. पुलिस के मुताबिक जेल अधिकारियों को जैसे ही कोर्ट से रिहाई का आदेश मिलेगा, वो एक घंटे के भीतर उन्हें रिहा कर देंगे.
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