advertisement
नेशनल कॉन्फ्रेंस ने आज उम्मीद जताई कि विदेश मंत्री सुषमा स्वराज की प्रस्तावित पाकिस्तान यात्रा से दोनों देशों के संबंधों को सुधारने में मदद मिलेगी. इस यात्रा से बातचीत की प्रक्रिया बहाल होगी व लंबित मुद्दों का समाधान होगा.
नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेताओं फारुक अब्दुल्ला व उनके पुत्र उमर अब्दुल्ला ने इस तथ्य का स्वागत किया कि विदेश मंत्री सुषमा स्वराज पाकिस्तान यात्रा पर जाएंगी.
फारुक ने यहां अपने पिता और नेशनल कॉन्फ्रेंस के संस्थापक शेख मोहम्मद अब्दुल्ला की 110 वीं जयंती पर श्रद्धांजलि देने के बाद संवाददाताओं से कहा, ‘‘हम उम्मीद जताते हैं कि सुषमा स्वराज की पाकिस्तान यात्रा से दोनों देशों के बीच संबंधों में सुधार होगा और बातचीत की प्रक्रिया आगे बढेगी ताकि उनके बीच के सारे मुद्दों का समाधान किया जा सके.’’
उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनके पाकिस्तानी समकक्ष के बीच पिछले सप्ताह पेरिस में हुई मुलाकात का भी स्वागत किया.
उमर अब्दुल्ला ने कहा कि हालांकि स्वराज अफगानिस्तान पर एक सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिए पाकिस्तान जा रही हैं लेकिन जिन परिस्थितियों में यह हो रहा है उसके मद्देनजर इसे हल्के में नहीं लिया जाना चाहिए.
फारुक अब्दुल्ला ने अपने पूर्व के बयान में दोहराया कि न तो भारत और न ही पाकिस्तान में क्षमता है कि वे एक-दूसरे के नियंत्रण वाले जम्मू कश्मीर के भूभाग को अपने भूभाग में मिला लें.
उन्होंने सवालिया अंदाज में कहा, ‘‘दोनों के पास परमाणु बम हैं. क्या हम एक-दूसरे पर बम गिराने जा रहे हैं और तबाह होने जा रहे हैं?’’
अब्दुल्ला ने कश्मीरी जबान में पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित किया
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)