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नई दिल्ली, 2 सितम्बर (आईएएनएस)| एयर चीफ मार्शल बिरेंद्र सिंह धनोआ ने पठानकोट में सोमवार को कहा कि वायुसेना के विमान में विंग कमांडर अभिनंदन वर्धमान के साथ आखिरी उड़ान भरना सम्मानजनक है। धनोआ ने सोमवार को दो सीट वाले मिग-21 लड़ाकू विमान में अभिनंदन के साथ उड़ान भरी। धनोआ करीब चार दशक की सेवा के बाद इस साल के अंत में सेवानिवृत्त होने वाले हैं।
वायुसेना के अधिकारियों ने कहा कि पठानकोट एयर बेस से उड़ान लगभग आधा घंटे तक चली।
धनोआ ने मीडिया से कहा, "26 स्वाड्रन के साथ उड़ान भरना यह मेरे लिए खुशी की बात है, जो मिग-21 विमान की विरासत का अंतिम स्क्वाड्रन है। अभिनंदन के साथ उड़ान भरना भी एक खुशी की बात है, क्योंकि उसे फ्लाइंग कैटेगरी वापस मिल गई है।"
अभिनंदन वर्धमान ने इंस्टीट्यूट ऑफ एयरोस्पेस मेडिसिन द्वारा अगस्त में चिकित्सकीय रूप से फिट घोषित किए जाने के बाद मिग-21 उड़ाना शुरू किया।
अभिनंदन के लड़ाकू विमान को 27 फरवरी को पाकिस्तान की एक मिसाइल द्वारा मार गिराए जाने पर लड़ाकू विमान से निकलने के दौरान चोटें आईं थीं।
अभिनंदन का विमान पाकिस्तानी क्षेत्र में लैंड किया था। इस दौरान उन्हें चोट आई थी, जिससे उन्हें उड़ान से रोक दिया गया था।
धनोआ ने कहा, "मैंने भी 1988 में इजेक्ट किया था और मुझे अपनी कैटेगरी वापस पाने में 9 महीने लगे थे। वह छह महीने से भी कम समय में वापस लौट आए, इसलिए यह उनके लिए बहुत अच्छा है।"
एयर चीफ ने पठानकोट में मिग-21 उड़ान का नेतृत्व किया। वर्धमान की वायुसेना में वापसी मिग-21 विमान के प्रशिक्षक के तौर पर हुई है।
धनोआ ने कहा, "हम दोनों में दो चीजें समान हैं। एक हम दोनों ने इजेक्ट किया है। दूसरी हम दोनों ने पाकिस्तानियों से मुकाबला किया है। मैंने कारगिल की लड़ाई लड़ी और उसने बालाकोट के बाद लड़ी। हम दोनों आदमपुर में मिग-21 स्क्वाड्रन में साथ थे। उसके साथ उड़ान भरना मेरे लिए सम्मान की बात है।"
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